BIHAR ELECTION: बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हुई और पहले ही दो घंटे में रुझानों ने चुनावी तस्वीर लगभग साफ कर दी। शुरुआती रुझानों में एनडीए गठबंधन 200 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। यह नतीजे संकेत देते हैं कि बिहार की जनता ने एक बार फिर मोदी–नीतीश की जोड़ी पर भरोसा जताया है और प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है।
बीजेपी–जदयू ने दिखाया दम
BIHAR ELECTION: 243 सीटों के रुझानों में एनडीए 200+ सीटों पर आगे चल रही है , बीजेपी और जदयू दोनों को भारी लाभ और लोजपा (रामविलास) भी कई सीटों पर मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। चुनाव विशेषज्ञों का मानना है कि लोकसभा के बाद विधानसभा में भी वोटरों ने राजनीतिक स्थिरता और विकास के मुद्दों पर एनडीए को तरजीह दी है।
तेजस्वी यादव के बड़े-बड़े दावे हुए फेल
BIHAR ELECTION: विपक्षी INDIA गठबंधन के लिए यह चुनाव बेहद खराब साबित हो रहा है। आरजेडी पिछड़ रही है,कांग्रेस कई सीटों पर तीसरे स्थान पर और लेफ्ट दलों का प्रभाव बेहद सीमित रहा । तेजस्वी यादव के बड़े-बड़े दावे और शपथ लेने के बयान रुझानों में कहीं दिखाई नहीं दे रहे। माइक्रो-मैनेजमेंट और ग्राउंड कनेक्ट इस बार विपक्ष के लिए सबसे बड़ा मिसिंग लिंक रहा।
प्रशांत किशोर का जादू हुआ फेल
BIHAR ELECTION: बिहार में पिछले तीन वर्षों से लगातार सबसे ज्यादा चर्चा प्रशांत किशोर (PK) और उनके जनसुराज अभियान की रही। गांव-गांव यात्रा, सामाजिक कैंपेनिंग, युवाओं पर जोर, सोशल मीडिया पर मजबूत उपस्थिति लेकिन रुझानों में इसका प्रभाव बहुत मामूली दिख रहा है। यह बात साफ हो रही है कि चुनावी तैयारी सिर्फ कैम्पेनिंग से नहीं होती और मजबूत संगठन और जमीनी नेटवर्क अनिवार्य होती है. बिहार का मतदाता अभी भी स्थिर नेतृत्व को तरजीह दे रहा है। प्रशांत किशोर का जादू नहीं चल पाए ।
मोदी–नीतीश फैक्टर ने फिर दिखाया असर
BIHAR ELECTION: रुझानों के विश्लेषण से यह स्पष्ट है कि जनता ने इस चुनाव में विकास,स्थिरता ,कानून-व्यवस्था ,लाभार्थी योजनाओं को प्रमुख आधार बनाया।महिलाओं, युवा वोटरों और लाभार्थी वर्ग ने एनडीए को निर्णायक समर्थन दिया।

INDIA गठबंधन बिहार में लगभग क्लीन बोल्ड
BIHAR ELECTION: रुझानों में इंडिया ब्लॉक 80 से भी कम सीटों पर सिमटता दिख रहा है। विपक्षी दलों के बयान और उत्साह जमीन पर वोटों में तब्दील नहीं हो सके। बिहार ने इस चुनाव में स्पष्ट संदेश दिया है – बदलाव नहीं, स्थिरता और विकास चाहिए।
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