Bareilly Violence: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हुए विवाद को लेकर योगी सरकार उपद्रवी मौलाना तौकीर रजा को जेल में डालने के बाद अब उसके करीबियों पर नकेल कसती नजर आ रही है। दरअसल, बीते दिन मंगलवार को बरेली विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाकर सपा पार्षद उमान रजा का गैराज ध्वस्त कर दो नवनिर्मित दुकानों को सील कर दिया है। साथ ही तीन साल पहले शहर में हुए दंगे में तौकीर का साथ देने वाले शराफत मियां का हमसफर बरातघर भी सील कर उसपर ताला जड़ दिया है।
अब तक हो चुकी 79 उपद्रवियों की गिरफ्तारी
Bareilly Violence: आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद यूपी पुलिस बरेली में उपद्रव मचाने वाले लोगों की गिरफ्तारी कर रही है। इस बीच पुलिस ने दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर उपद्रवी एवं गोतस्करी के आरोपित ताजिम को पैर में गोला मार मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ताजिम का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमे वह पैर में गोली लगने के बाद जान की भीख मांगता नजर आ रहा है। फिलहाल, पुलिस इस मामले में तौकीर के इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) के जिलाध्यक्ष शमशाद समेत 16 अन्य को भी गिरफ्तार कर चुकी है। अब तक 79 की गिरफ्तारी हो चुकी है।
कैसे शुरु हुआ आई लव मोहम्मद का विवाद ?
Bareilly Violence: आई लव मोहम्मद नाम का ये विवाद कानपुर के रावतपुर से शुरु हुआ है। 4 सितंबर का दिन था जब रावतपुर में बरावफात के जुलूस के दौरान यह मामला शुरु हुआ था।यहां पर मुस्लिम लोगों ने आई लव मोहम्मद के पोस्टर लगाए थे जिसका हिंदु समुदाय के लोगों ने विरोध किया था।और विरोध करते हुए कहा था कि बरावफात के जुलूस में ये कौन सी नई परंपरा शुरु हो गई है। जैसे ही उन्होंने इस पर आपत्ति जताई तो माहौल गर्मा गया। इसके बाद पुलिस ने अफरा-तफरी को रोकते हुए 9 लोगों को नामजद तथा 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली थी। जिसमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दंगे भड़काने जैसी धाराओं का उल्लेख था।
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