UP Politics: गाजियाबाद की लोनी सीट से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को लेकर ऐसा तीखा बयान दिया है, जिसने प्रदेशभर की सियासत में हलचल मचा दी है। लोनी विधायक का कहना है कि आजम खान ने अपने राजनीतिक जीवन में कई बार सांप्रदायिक तनाव भड़काने का कार्य किया और संवैधानिक मूल्यों की अवहेलना की। आजम खान ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और कांशीराम जैसे दलित नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की हैं।
किसका साया? भूत का या जिन्न का?
UP Politics: विधायक ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जब अखिलेश यादव कहते हैं कि आजम खान का ‘साया’ उनके साथ है, तो सवाल उठता है कि किसका साया? भूत का या जिन्न का? इससे साफ संकेत मिलता है कि अखिलेश यादव खुद आजम खान के खिलाफ कोई बड़ी राजनीतिक चाल चलने वाले हैं। गुर्जर ने समाजवादी पार्टी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा शासनकाल में गेस्ट हाउस कांड जैसी घटनाएं हुईं, जिनमें बसपा सुप्रीमो मायावती पर जानलेवा हमला हुआ था। अगर उस वक्त बीजेपी ने दखल न दिया होता, तो स्थिति और भयावह हो सकती थी। सपा सरकार ने आतंकवादियों की रिहाई के आदेश दिए थे। उन्होंने मांग की कि ऐसी पार्टी की मान्यता पर चुनाव आयोग को पुनर्विचार करना चाहिए।
विधायक ने कहा कि आजम खान ने अपने कार्यकाल में हिंदू समाज को कई बार निशाना बनाया, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर न्याय दिलाया। जो समाज में दंगे कराते हैं, उनका सम्मान कहीं नहीं होता, चाहे वे जहां भी जाएं, लोग उन्हें नफरत की नजर से ही देखेंगे।
मायावती की टिप्पणी पर दी प्रतिक्रिया
UP Politics: मायावती द्वारा बीजेपी की ओर सकारात्मक रुख दिखाने के सवाल पर नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि मायावती ने कभी सच बोलने से परहेज नहीं किया। कभी उनके बयान से मुस्लिम वर्ग नाराज होता है, तो कभी सवर्ण या दलित वर्ग, लेकिन बहनजी हमेशा स्पष्ट बोलती हैं। उन्होंने वही कहा जो सच है।
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