Bhopal News: भोपाल में मंगलवार को राजनीति उस वक्त गर्मा गई जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी अचानक किसानों के साथ कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास पर पहुंच गए। पटवारी किसानों के समर्थन में आए थे, जो अपनी फसलों के उचित दाम, भावांतर योजना में अनियमितता और प्याज-धान के कम दामों से परेशान हैं।
पुलिस ने रास्ते में कई जगह रोकने की कोशिश की
Bhopal News: जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान जुलूस की शक्ल में आगे बढ़े, पुलिस ने रेड क्रॉस चौराहे के पास बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। कई बार वाहनों से रास्ता रोका गया, लेकिन जीतू पटवारी और उनके समर्थक पुलिस को चकमा देते हुए आगे बढ़ते रहे।
करीब पांच बार पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन अंततः वे शिवराज सिंह चौहान के घर तक पहुँच ही गए।
शिवराज के घर के बाहर सड़क पर बैठ गए किसान
Bhopal News: आवास के बाहर पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी, तो पटवारी और किसान सड़क पर ही बैठ गए। उन्होंने अपने साथ लाई गेहूं की बोरी वहीं उलट दी, जिसके फट जाने से अनाज सड़क पर बिखर गया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली।
हमें भावांतर नहीं, भाव चाहिए!
आज केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के भोपाल निवास पर किसान साथियों के साथ पहुँचकर, किसानों की समस्याओं पर चर्चा की!
खाद, बीज, और फसल का उचित मूल्य न मिलना, साथ ही कर्ज और खराब फसलों के कारण किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं यह… pic.twitter.com/2LSJPPBBA9
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 15, 2025
शिवराज सिंह चौहान ने बुलाकर की बातचीत
Bhopal News: स्थिति की जानकारी मिलते ही शिवराज सिंह चौहान ने खुद पहल की और जीतू पटवारी समेत चार-पांच नेताओं को अंदर बुलाया। अंदर दोनों नेताओं के बीच कुछ देर तक बातचीत हुई, जिसमें पटवारी कंधे पर बोरी रखे हुए दिखाई दिए। कहा जा रहा है कि चर्चा में किसानों की मांगों और मूल्य समर्थन योजना पर बात हुई।
बीजेपी ने लगाया राजनीति करने का आरोप
Bhopal News: बीजेपी की ओर से प्रतिक्रिया आई कि जीतू पटवारी किसानों की समस्याओं की आड़ में राजनीतिक स्टंट कर रहे हैं। पार्टी का कहना है कि “जो किसान उनके साथ आए थे, उन्हें बाहर छोड़ दिया गया, जबकि पटवारी खुद अंदर फोटो खिंचवाने चले गए।”
बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि यह पूरा कार्यक्रम सोशल मीडिया प्रचार के लिए रचा गया था, क्योंकि पटवारी के साथ उनकी पीआर टीम और वीडियो ग्राफर मौजूद थे।
कांग्रेस का पलटवार “किसानों की आवाज़ सत्ता तक पहुंचाई”
Bhopal News: वहीं कांग्रेस ने जवाब दिया कि यह किसी राजनीति के लिए नहीं बल्कि किसानों की तकलीफों को सीधा मंत्री तक पहुँचाने का प्रयास था। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि अगर सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान कर दे तो ऐसे प्रदर्शन की आवश्यकता ही न पड़े।
प्रशासन सतर्क, स्थिति नियंत्रण में
Bhopal News: घटना के बाद प्रशासन ने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी तरह की हिंसक घटना नहीं हुई। पुलिस ने केवल शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग की थी। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या सरकार किसानों की समस्याओं पर जल्द ठोस कदम उठाएगी।