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Bihar Election 2025: क्यों खास है मोकामा की जंग? जहां सत्ता नहीं, बाहुबल तय करते है राजनीतिक समीकरण

मोकामा सीट का महामुकाबला

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आने वाली 6 तारीक को पहले चरण के लिए मतदान किया जाएगा। जैसे-जैसे चुनावी तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे सियासी पारा गरमात दिख रहा है। इस बीच मोकामा विधानसभा क्षेत्र में दुलारचंद यादव की हत्या ने बिहार विधानसभा चुनाव की हवा ही बदल दी है। क्योंकि दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह पर लगा है, जिन्हें पुलिस ने बीते दिन गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि मोकामा वही सीट है जहां लंबे समय से बाहुबली अनंत सिंह, जिन्हें ‘छोटे सरकार’ कहा जाता है, का भौकाल रहा है। लेकिन इस बार का मुकाबला दिलचस्प है क्योंकि मैदान में उनकी लड़ाई सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी से हो रही है।

बाहुबल और जातीय समीकरण की राजनीति का केंद्र

Bihar Election 2025: आपको बता दें कि गंगा किनारे बसा मोकामा क्षेत्र लंबे समय से बाहुबल और जातीय समीकरण की राजनीति का केंद्र रहा है। यहां सत्ता की दिशा तय करने में केवल पार्टियों की भूमिका नहीं होती, बल्कि प्रभावशाली चेहरों की पकड़ और स्थानीय समीकरण अहम भूमिका निभाते हैं। इस क्षेत्र में अब तक बाहुबलियों का दबदबा कायम रहा है। 1990 के दशक से लेकर अब तक यहां तीन नामों ने राजनीतिक वर्चस्व बनाए रखादिलीप सिंह, सूरजभान सिंह और अनंत सिंह। दिलीप सिंह ने 1990 से 2000 तक जनता दल के टिकट पर लगातार जीत हासिल की। इसके बाद 2000 से 2005 तक सूरजभान सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी पकड़ दिखाई। वहीं, 2005 से 2022 तक अनंत सिंह, जिन्हें जनता “छोटे सरकार” के नाम से जानती है, ने इस सीट को अपने प्रभाव से थामे रखा।

Suraj Bhan, Veena Devi and Anant Singh
                                                     Suraj Bhan, Veena Devi and Anant Singh

अनंत सिंह की राजनीतिक यात्रा

Bihar Election 2025: अनंत सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2005 में जदयू से की थी। उन्होंने 2005 और 2010 में लगातार जीत दर्ज की। इसके बाद 2015 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में और 2020 में RJD के टिकट पर विधायक बने। हालांकि 2022 में हथियार बरामदगी के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। 2024 में पटना हाईकोर्ट से बरी होने के बाद उन्होंने फिर वापसी की। जनवरी 2025 में वे दोबारा छह महीने के लिए जेल गए थे और अगस्त 2025 में रिहा हुए। जिसके बाद अब वह जदयू के टिकट से फिर चुनावी मैदान में हैं। लेकिन इस बीच दुलारचंद यादव की हत्या के आरोप में गिरफ्तार होने के चलते उनकी रहा आसान नजर नहीं आ रही है।

भूमिहार बनाम भूमिहार की सीधी टक्कर

Bihar Election 2025: मोकामा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है क्योंकि दोनों प्रमुख उम्मीदवार भूमिहार समाज से आते हैं। जदयू से अनंत सिंह मैदान में हैं, जबकि RJD की ओर से वीणा देवी को टिकट मिला है। लेकिन यहां टक्कर केवल दो उम्मीदवारों के बीच नहीं, बल्कि दो राजनीतिक परंपराओं की जंग बन गया है एक तरफ हैं जनता से सीधे जुड़े स्थानीय नेता अनंत सिंह, और दूसरी ओर राजनीतिक रूप से प्रभावशाली सूरजभान सिंह का परिवार।

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