NITISH KUMAR: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद राजनीतिक हलचल लगातार तेज होती जा रही है। दो चरणों में हुए मतदान और 14 नवंबर को आए परिणामों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को प्रचंड बहुमत मिला है। अब नई सरकार के गठन को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार सुबह 11:30 बजे कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि यह बैठक आने वाली सरकार के स्वरूप को अंतिम रूप देने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगी।
नई सरकार के गठन पर मंथन की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में नीतीश सरकार के मंत्रीगण हिस्सा लेंगे और नई सरकार के गठन को लेकर विस्तृत चर्चा की जाएगी। साथ ही शपथ ग्रहण समारोह की तारीख पर भी अंतिम मुहर लग सकती है। एनडीए को मिले प्रचंड जनादेश के बाद गठबंधन के भीतर मंत्रालयों के बंटवारे और व्यवस्था को लेकर तेजी से बातचीत चल रही है। मीटिंग में कई अहम फैसले होने की संभावना है।
NITISH KUMAR: विशेष सचिव की ओर से जारी हुआ आधिकारिक पत्र
बिहार सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की ओर से इस बैठक को लेकर आधिकारिक सूचना जारी की गयी है। विशेष सचिव अरविंद कुमार वर्मा द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि मुख्य सचिवालय, पटना स्थित मंत्रिमंडल कक्ष में सोमवार, 17 नवंबर को सुबह 11:30 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित होगी।
पत्र में यह भी उल्लेख है कि बैठक के बाद सूचना भवन के सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी और इसके लिए आवश्यक व्यवस्था सूचना एवं जन संपर्क विभाग से करने का अनुरोध किया गया है।
गांधी मैदान 4 दिनों के लिए बंद, शपथ ग्रहण की तैयारी तेज
इधर, पटना जिला प्रशासन भी शपथ ग्रहण समारोह की संभावनाओं को देखते हुए सक्रिय हो गया है। पटना के जिलाधिकारी ने गांधी मैदान को 17 से 20 नवंबर तक पूरी तरह से बंद करने का आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार इस अवधि में आम लोगों का प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। माना जा रहा है कि नए मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद का शपथ ग्रहण समारोह गांधी मैदान में आयोजित किया जा सकता है, जिसके चलते सुरक्षा और तैयारी के लिहाज से मैदान को चार दिनों के लिए सील किया गया है।
NITISH KUMAR: एनडीए को मिला प्रचंड जनादेश
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जनता ने एक बार फिर एनडीए पर भरोसा जताया है। गठबंधन ने 202 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की, जबकि महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के बाद अब बिहार की नई सरकार के गठन की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। कल होने वाली कैबिनेट बैठक इस दिशा में निर्णायक मानी जा रही है।
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