AIR FORCE: चेन्नई के तांब्रम एयरबेस के पास भारतीय वायुसेना का एक पीसी-7 पिलाटस बेसिक ट्रेनर विमान क्रैश हो गया। यह एक रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था। हादसे में पायलट सुरक्षित बच निकला, जबकि विमान को भारी नुकसान पहुंचा। वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
AIR FORCE: दोपहर लगभग 1:45 बजे यह ट्रेनर विमान तांब्रम स्टेशन से एक नियमित उड़ान पर रवाना हुआ था। लगभग 2 बजे अचानक विमान नीचे गिरना शुरू हो गया। स्थानीय लोगों ने तेज आवाज और धुआं उठते देखा, जिसके बाद वायुसेना और स्थानीय पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं।
कैसे बची जान ?
AIR FORCE: पायलट ने इमरजेंसी प्रक्रिया का पालन करते हुए बहादुरी से विमान से सुरक्षित बाहर निकलकर अपनी जान बचा ली। उसे मामूली चोटें आईं, जिनका उपचार कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती संकेत तकनीकी खराबी की ओर इशारा कर सकते हैं, हालांकि मौसम और अन्य संभावनाओं की भी जांच की जाएगी।
कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी करेगी जांच
AIR FORCE: घटनास्थल से विमान के क्षतिग्रस्त हिस्सों को एकत्र किया गया है।
जांच टीम निम्न पहलुओं पर फोकस करेगी, क्या कारण तकनीकी खराबी थी? क्या मौसम की भूमिका रही? फ्लाइट डेटा और पायलट की रिपोर्ट प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
ट्रेनिंग का भरोसेमंद विमान
AIR FORCE: स्विस कंपनी द्वारा निर्मित Pilatus PC-7 MK2 ट्रेनिंग विमान भारतीय वायुसेना में 2005 से उपयोग में है। यह पायलटों को बेसिक फ्लाइंग स्किल्स सिखाने के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है।
जानिए विशेषताएं
AIR FORCE: दो सीटें, लंबाई: 32.1 फीट, ऊंचाई: 10.6 फीट, अधिकतम टेकऑफ वजन: 2700 किलोग्राम, फ्यूल क्षमता: 474 लीटर, हालांकि यह काफी सुरक्षित माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसके कुछ हादसे सामने आए हैं। 2023 में तेलंगाना में इसी मॉडल के विमान क्रैश में दो पायलट शहीद हुए थे।
तांब्रम: दक्षिण भारत का बड़ा ट्रेनिंग हब
AIR FORCE: चेन्नई के तांब्रम में भारतीय वायुसेना का प्रमुख ट्रेनिंग स्टेशन है, जहां बेसिक और एडवांस फ्लाइंग की ट्रेनिंग दी जाती है। सुलुर एयरबेस की निकटता के कारण यहां लगातार ट्रेनिंग उड़ानें भरती रहती हैं।







