Azam Khan News: हाल ही में उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से रिहा हुए समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता, पूर्व मंत्री आजम खान अपने बयानों को लेकर राजनीति के बाजार में चर्चा का विषय बने हुए है। जेल से बाहर आते ही आजम खान ने ऐसे-ऐसे बयान दे डाले जिसके चलते यूपी से लेकर दिल्ली तक की राजनीति का सियासी पारा हाई हो गया। दरअसल, आजम खान से अस्पताल में मुलाकात के बाद वरिष्ठ पत्रकार शाहिद सिद्दीकी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्हें जेल में स्लो पॉइजन दिया गया था। हालांकि, बाद में आजम ने इस दावे से इनकार करते हुए कहा शहीद सिद्दीकी को कुछ गलतफहमी हुई होगी। लेकिन सिद्दीकी द्वारा कही गई इस बात ने यूपी की राजनीति में कयासबाजियों का दौर शुरु कर दिया है।
खाने-पीने को लेकर सतर्क
Azam Khan News: गौरतलब है कि दिल्ली से लौटने पर आजम खान ने पत्रकारों से बात करते हे कहा कि उनकी बात को गलत समझ लिया गया था। पत्रकारों से बातचीत में आजम खान ने बताया कि जब उन्हें जेल में माफिया मुख्तार अंसारी की मौत की खबर मिली थी तब उन्होंने क्या किया था। जब उन्हें मुख्तार अंसारी के निधन की खबर मिली और पता चला कि स्लो पॉइजन से मौत हुई है तो वह अपने खाने-पीने को लेकर सतर्क हो गए थे। वह दिन में एक और रात में आधी रोटी नींबू के अचार के साथ खाते थे। दरअसल, दिल्ली के अस्पताल में आजम खान से मुलाकात के बाद वरिष्ठ पत्रकार शाहिद सिद्दीकी ने यह दावा किया था सपा नेता ने उनसे कहा था कि जेएल के भीतर उन्हें धीमा जहर दिया गया था। लेकिन बाद में शाहिद सिद्दीकी के इस दावे पर आजम खान की सफाई सामने आई तो पूरी तस्वीर ही बदल गई।
नाइंसाफी हुई हो तो अल्लाह मुझे माफ न करे
Azam Khan News: आगे मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आजम खां ने कहा कि उन्होंने हमेशा अपने मालिक को हाजिर-नाजिर मानकर राजनीति की है। उन्होंने दोहराया कि “अगर मेरी कलम से कभी किसी धर्म या जाति के नाम पर नाइंसाफी हुई हो तो अल्लाह मुझे माफ न करे।” वह सरकार में इसलिए रहे ताकि लोगों के लिए अच्छा काम कर सकें। उनका घर एक छोटी सी गली में बना हुआ है। इस दौरान आयकर विभाग, सीबीआई और कई जांच एजेंसियों ने छापेमारी की लेकिन कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। उन्होंने दोहराया कि उनका दामन साफ है और यही उनकी असली ताकत है।