BIHAR ELECTION: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर NDA गठबंधन पर जनता का भरोसा मजबूत किया है। इस बार मतदान प्रतिशत ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। खासकर महिलाओं ने पहले से कहीं अधिक संख्या में मतदान कर चुनाव की दिशा बदल दी। माना जा रहा है कि सरकार द्वारा महिलाओं के खाते में सीधे भेजे गए 10,000 रुपये ने चुनावी हवा में बड़ा बदलाव किया। बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार तो 243 विधायक तो जीतकर विधानसभा पहुंच गए लेकिन हैरानी की बात कि 2020 के मुकाबले इस बार करोड़पति विधायकों की 9 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। इसके साथ ही एक और दिलचस्प तस्वीर सामने आई है, नई बिहार विधानसभा में अमीरी के नए आयाम दिखाई दे रहे हैं।
90% करोड़पति विधायक- अमीरी का नया रिकॉर्ड
BIHAR ELECTION: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और बिहार इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट बताती है कि 18वीं विधानसभा पूरी तरह से “अमीरों की विधानसभा” बन गई है। 243 विधायकों में से 218 करोड़पति हैं—यानी करीब 90%। 2020 में यह आंकड़ा 81% था, जब 241 में से 194 विधायक करोड़पति थे। यानी पांच वर्षों में करोड़पति विधायकों की संख्या में 9% की बढ़ोतरी हो गई।
औसत संपत्ति लगभग दोगुनी
रिपोर्ट के अनुसार, इस बार विधायकों की कुल घोषित संपत्ति लगभग 2193 करोड़ रुपये बैठती है। औसत संपत्ति भी पिछले कार्यकाल की 4.32 करोड़ रुपये से उछलकर 9.2 करोड़ रुपये हो गई — यानी लगभग दो गुना वृद्धि।
सबसे अमीर और सबसे गरीब विधायक
विधानसभा में अमीरी और गरीबी का फर्क भी काफी बड़ा है—
सबसे अमीर विधायक:
बीजेपी के कुमार प्रणय (मुंगेर) — संपत्ति 170 करोड़ रुपये से अधिक
दूसरे सबसे अमीर:
जदयू के अनंत सिंह (मोकामा) — संपत्ति 100 करोड़ रुपये से अधिक
सबसे गरीब विधायक:
बीजेपी के मुरारी पासवान (पीरपैंती) — संपत्ति करीब 6 लाख रुपये
दूसरे सबसे गरीब: बीजेपी के महेश पासवान (अगियांव) — लगभग 8 लाख रुपये की संपत्ति
पार्टीवार करोड़पति विधायकों की संख्या
जदयू – 85 में से 78 करोड़पति
बीजेपी – 89 में से 77 करोड़पति
राजद – 25 में से 24 करोड़पति
लोजपा (राम विलास) – 19 में से 16 करोड़पति
कांग्रेस – 6 में से 6 करोड़पति
AIMIM – 5 में से 5 करोड़पति
हम (HAM) – 5 में से 4 करोड़पति
राष्ट्रीय लोक मोर्चा – 4 में से 4 करोड़पति
सीपीएम – 1 में से कोई नहीं
सीपीआई-एमएल – 2 में से 1 करोड़पति
किस पार्टी के विधायक सबसे अमीर?
दलवार औसत संपत्ति में भी दिलचस्प आंकड़े निकलकर आए—
राष्ट्रीय लोक मोर्चा – 22.93 करोड़ (सबसे अधिक)
लोजपा (राम विलास) – 13.66 करोड़
जदयू – 9.53 करोड़
बीजेपी – 8.68 करोड़
हम – 6.16 करोड़
राजद – 5.80 करोड़
कांग्रेस – 4.82 करोड़
AIMIM – 2.1 करोड़
सीपीआई–एमएल – 1.46 करोड़ (सबसे कम)
विधानसभा में अमीर विधायकों का दबदबा बढ़
BIHAR ELECTION: इस बार का चुनाव जहां NDA की वापसी, महिलाओं की सक्रियता और रिकॉर्ड मतदान के लिए याद रखा जाएगा, वहीं यह भी स्पष्ट है कि बिहार की नई विधानसभा में अमीर विधायकों का दबदबा पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। 2020 की तुलना में करोड़पति विधायकों और औसत संपत्ति दोनों में तेज उछाल माहौल के बदलते राजनीतिक-सामाजिक समीकरणों को भी दिखाता है।
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