Bihar Election Exit Poll: बिहार विधानसभा चुनाव का आखिरी चरण पूरा हो चुका है और अब पूरे राज्य की निगाहें 14 नवंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हुई हैं। दो चरणों में संपन्न हुए इस चुनाव ने राज्य के हर कोने में राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। अब जबकि मतदान समाप्त हो गया है, चुनावी चर्चाओं की जगह एग्जिट पोल ने ले ली है। सोशल मीडिया से लेकर चाय की दुकानों तक, हर जगह एक ही सवाल गूंज रहा है- आखिर इस बार बिहार की सत्ता पर किसका कब्ज़ा होगा? इस बीच मतदान खत्म होने के बाद मंगलवार को कई एजेंसियों के एग्जिट पोल सामने आए। इस एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनती हुई दिख रही है।
क्या कहते है एग्जिट पोल?
चाणक्य एग्जिट पोल में एनडीए बहुमत के आंकड़े को पार करती हुई दिख रही है। पोल में एनडीए को 130-138 सीट, महागठबंधन को 100-108 सीट मिलती हुई दिखाई दे रही है। वहीं, अन्य दलों के खाते में 3-5 सीट जाती हुई दिखाई दे रही है। पोल डायरी के एग्जिट पोल में भी एनडीए की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है। यहां एनडीए को 108-209 सीट मिलती हुई दिखाई दे रही है। वहीं, महागठबंधन महज 32-49 सीटों पर सिमटती हुई नजर आ रही है। इसके अलावा, अन्य दलों के खाते में 1-5 सीट मिलती हुई दिखाई दे रही है। प्रजा पोल एनालिटिक्स के एग्जिट पोल में एनडीए को 186 सीट, महागठबंधन को 50 सीट और अन्य को 7 सीट मिलने का अनुमान है।
जबकि टीआईएफ रिसर्च के एग्जिट पोल में एनडीए को 145-163 सीट, महागठबंधन को 76-95 सीट और अन्य को 3-6 सीट मिलने का अनुमान है। पी-मार्क के एगेजित पोल में भी एनडीए की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है। यहां एनडीए को 142-162 सीट और महागठबंधन को 80-98 सीट मिलती हुई दिखाई दे रही है। इसके अलावा, जनसुराज के खाते में 1-4 सीट तो वहीं, अन्य के खाते में 0-3 सीट जाती हुई दिखाई दे रही है। हालांकि, एग्जिट पोल अंतिम परिणाम नहीं हैं। बिहार में किसकी सरकार बनेगी, यह 14 नवंबर को ही स्पष्ट होगा। बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। यहां सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है। आपको बता दें कि प्रदेश में इस समय नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है।
Bihar Election Exit Poll: सियासी गलियारों में हलचल तेज
वहीं दूसरी तरफ अब एग्जिट पोल के शुरुआती संकेतों से सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। कुछ सर्वे एनडीए की बढ़त दिखा रहे हैं, तो कुछ महागठबंधन को बढ़त। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार में कई सीटों पर मुकाबला इतना कड़ा है कि अंतिम परिणाम आने तक कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी।







