Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति के चर्चा का बाजार गर्म है। जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को मजबूत करते नजर आ रहे है। लेकिन इस बीच एक मामला जो गरमाया हुआ है वो ये कि यदि बिहार में एनडीए की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा? हर कोई इस सवाल का जवाब तलाशने में लगा है। वैसे तो चुनाव से पहले अभी तक यही दिखाया गया है कि नीतीश कुमार ही सीएम बनेंगे। लेकिन अब इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी है।
मेल मुलाकातों का दौर जारी
Bihar Elections 2025: दरअसल, चुनाव की तैयारियों को जहां एक तरफ प्रचार रफ्तार पकड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ नेताओं का मिलना जुलना जारी है। इसी क्रम में आज शनिवार को चिराग पासवान ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के बाद चिराग ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चुनाव प्रचार को धारदार बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई है। NDA कैसे एकजुट होकर चुनाव लड़े इसकी चर्चा हुई है।
आज पटना में देश के गृहमंत्री आदरणीय श्री @AmitShah जी से मुलाकात कर बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी और NDA गठबंधन की रणनीति को लेकर विस्तृत चर्चाएं की।#Election2025 #BiharElections #NDA4Bihar pic.twitter.com/wFyEiBbz8p
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 18, 2025
आगे चिराग ने कहा कि NDA में कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है। सब एक हैं। लेकिन जब पत्रकारों ने बिहार के अगले मुख्यमंत्री को लेकर सवाल किया तो चिराग थोड़ा असहज दिखे, यही वजह है कि उन्होंने ये बताने के बजाय कि मुख्यमंत्री कौन होगा। सवाल टालना सही समझा है। बातचीत के दौरान चिराग ने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य इस चुनाव में 100% स्ट्राइक रेट हासिल करना है। यहीं नहीं महागठबंधन को लेकर किए गए सवाल पर चिराग ने कहा कि वह तो लठबंधन है। चिराग ने कहा कि जब महागठबंधन वाले आपस में ही लड़ रहा है, तो आप कैसे कह सकते हैं कि तेजस्वी उनके नेता हैं?
आपको बता दें कि बिहार में दो चरणों में मतदान (6 और 11 नवंबर) होना है। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 17 अक्टूबर है, लेकिन एनडीए और महागठबंधन दोनों की ओर से सीटों का औपचारिक ऐलान अभी तक नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर, महागठबंधन में भी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के बीच अंतिम दौर की बातचीत के दौरान कुछ मुद्दों पर मतभेद उभरने की खबर है। हालांकि, दोनों दलों की ओर से गठबंधन पर कोई खतरा न होने की बात कही जा रही है।







