DELHI BLAST: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट मामले में अब मध्य प्रदेश से इस मामले की कड़ी धीरे-धीरे खुलती जा रही है । वही कई प्रदेशों में इसके तार जुड़े नजर आ रहे है । जांच एजेंसियों को शक है कि फरार संदिग्ध जवाद अहमद सिद्दीकी की जड़ें मध्य प्रदेश के महू शहर से जुड़ी हैं। इसी कड़ी में एमपी एटीएस और स्थानीय पुलिस की टीम महू और इंदौर में उसके संभावित ठिकानों की तलाश में जुटी गई।
जवाद ने की करोड़ों रुपए की ठगी
DELHI BLAST: मिली जानकारी के मुताबिक, जवाद अहमद सिद्दीकी फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी का चेयरमैन है और मूल रूप से महू (मध्य प्रदेश) का रहने वाला है। उसने 11वीं तक की पढ़ाई महू में की और उसके बाद इंदौर से बीटेक की डिग्री हासिल की थी। करीब तीस वर्ष पहले जवाद अपने परिवार के साथ महू में रहता था। यहां उसने अल फलाह निवेश कंपनी के नाम से एक संस्था खोली थी, जिसमें मोटा ब्याज देने का लालच देकर हजारों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की थी। इसके बाद वह फरार हो गया था और कभी वापस महू नहीं लौटा।
भूमिका और संपर्कों की तहकीकात में जुटी
DELHI BLAST: जांच एजेंसियों को संदेह है कि दिल्ली धमाके के मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी से जवाद के काफी पुराने संबंध बताए जा रहे हैं। यही वजह है कि अब पुलिस उसकी भूमिका और संपर्कों की तहकीकात में जुट गई है। कुछ सालों तक वह इमारत खंडहर बनी रही, बाद में एक परिवार वहां आकर बस गया। उस परिवार का जवाद से क्या रिश्ता है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।

जवाद फिलहाल फरार
DELHI BLAST: एजेंसियां जवाद के निजी और पेशेवर नेटवर्क की पड़ताल कर रही हैं, जिसमें अल फलाह यूनिवर्सिटी और उसके ट्रस्ट से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, जवाद फिलहाल फरार है और उसकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए साइबर यूनिट की मदद ली जा रही है।
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