Gujarat Politics: गुजरात की राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मौजूदा सरकार के सभी मंत्रियों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को अपना इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद से ही सियासी गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सभी मंत्रियों के इस्तीफे के बाद अब कल गुजरात में नए मंत्रिमंडल का शपथग्रहण समारोह होगा। चर्चा है कि मुख्यमंत्री कुछ ही देर बाद राज्यपाल को हटाए जाने वाले मंत्रियों के इस्तीफे सौंप नए मंत्रियों के नामों की एक सूची सौंपेंगे।
आधे मौजूदा मंत्रियों को बदला जा सकता
Gujarat Politics: अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाले मंत्रिपरिषद का शुक्रवार को विस्तार होगा। भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने पहले ही कह दिया था कि आगामी कैबिनेट विस्तार में राज्य को लगभग 10 नए मंत्री मिल सकते हैं। चर्चा है कि करीब आधे मौजूदा मंत्रियों को बदला जा सकता है। वही सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल के मंत्रिपरिषद का विस्तार कल यानी शुक्रवार को सुबह साढ़े 11 बजे होगा। मौजूदा गुजरात कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 17 मंत्री हैं। 8 कैबिनेट मंत्री हैं। कुल 182 सदस्यों वाली विधानसभा में सदन की कुल संख्या का 15 प्रतिशत या 27 मंत्री हो सकते हैं। आपको बता दें साल 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार गुजरात के मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जा रहा है। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीएम के नेतृत्व में ये फेरबदल किया जा रहा है। माना जा रहा है कि जिन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है, उनमें मत्स्य पालन और पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी, पंचायत मंत्री बच्चूभाई खाबर, वन एवं पर्यावरण मंत्री मुकेश पटेल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भीखूसिंह परमार और आदिवासी विकास मंत्री कुंवरजी हलपति के नाम प्रमुख हैं।

कांग्रेस से बीजेपी में आए नेताओं को मिल सकती है जिम्मेदारी
Gujarat Politics: भाजपा में हाल के वर्षों में शामिल हुए कांग्रेस के कई पूर्व नेता अब मंत्री बनने की कतार में हैं। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि अर्जुन मोढवाड़िया, अल्पेश ठाकोर, सीजे चावड़ा और हार्दिक पटेल जैसे चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। इससे पार्टी न सिर्फ अपना सामाजिक समीकरण संतुलित करेगी, बल्कि आने वाले चुनावों से पहले राजनीतिक संदेश भी देना चाहती है। नए मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने के लिए सौराष्ट्र से जयेश रादडिया और जीतू वाघानी जैसे नेताओं को जगह मिलने की संभावना है। वहीं उत्तर गुजरात से ठाकोर समुदाय के प्रभावशाली चेहरों को भी प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे पार्टी सामाजिक आधार पर और मजबूत हो सके।