Kanpur News: कानपुर के एक इलाके में बुधवार रात हुए धमाके को लेकर पहले स्कूटी में विस्फोट की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन अब सामने आए CCTV फुटेज से साफ हो गया है कि धमाका स्कूटी में नहीं, बल्कि अवैध रूप से रखे गए पटाखों में हुआ था। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने इस घटना पर जानकारी देते हुए कहा कि शुरुआती जांच में किसी भी आतंकी संगठन की संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। यह हादसा पूरी तरह से अवैध पटाखों के कारण हुआ प्रतीत होता है। इस बीच, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एसीपी कोतवाली, मूलगंज थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी सहित 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। जबकि विस्फोट में घायल हुए 8 लोगों का इलाज चल रहा है। इनमें चार को लखनऊ रेफर किया गया। दो घायलों का इलाज कानपुर में ही चल रहा है। दो लोगों को फर्स्ट एड के बाद घर भेज दिया गया था।

पुलिस कमिश्नर ने दी जानकारी
Kanpur News: मामले में जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि यह मामला अवैध पटाखों के भंडारण से जुड़ा है। जिस दुकान के सामने विस्फोट हुआ, उसके पास भी काफी मात्रा में पटाखे मिले हैं। घटना वाली जगह से 25 मीटर दूरी पर एक गोदाम मिला है। वहां भी काफी मात्रा में विस्फोटक पाया गया। जांच के दौरान लापरवाही मिलने पर मूलगंज थाना प्रभारी विक्रम सिंह, चौकी प्रभारी रोहित तोमर, कॉन्स्टेबल चेतन कुमार, अमित कुमार, ब्रह्मानंद और हेड कॉन्स्टेबल इमामुल हक को सस्पेंड किया गया है। जबकि कोतवाली क्षेत्र के एसीपी आशुतोष कुमार को हटा दिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बिना लाइसेंस पटाखे रखने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। अब तक घटना में 12 व्यक्तियों की पहचान की जा चुकी है। घटनास्थल से दो स्कूटी बरामद की गई हैं। इनमें से एक स्कूटी सवार को गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया। वहीं, दूसरी स्कूटी चोरी की है।

सोशल मीडिया फैलाई गई अफवाह
Kanpur News: पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल के अनुसार, घटना मस्जिद के पास हुई, जिससे देखकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई। इसे “खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स” जैसी गतिविधियों से जोड़ने वाले सभी दावे गलत हैं। यह घटना अवैध रूप से पटाखे रखने के कारण हुई। वहीं दूसरी तरफ मामले में जानकारी देते हुए एडिशनल सीपी आशुतोष कुमार ने बताया कि पहले तो हम लोगों को लग रहा था कि स्कूटी में बम प्लांट किया गया। लेकिन, जांच के बाद तस्वीर साफ हो गई। एटीएस, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य जांच एजेंसियां भी मौके पर पहुंचीं। फोरेंसिक टीम को जांच के दौरान लो एक्सप्लोसिव मिला है। यह पटाखों का विस्फोट है, हाई एक्सप्लोसिव नहीं मिला है।
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