Mathura: उत्तर प्रदेश की जिला मथुरा की विधानसभा है मांट और मांट के बाजना क्षेत्र की जनता का सौभाग्य है कि यहां के 2 विधायक एक विधानसभा में और एक विधान परिषद में अपने इस क्षेत्र का पक्ष रख रहे हैं। और दोनों के दल सत्ता में हैं। बावजूद इसके यहां की जनता बिजली विभाग की लापरवाही से परेशान है।
मामला नौहझील ब्लॉक के बाजना क्षेत्र का है। जहां बाजना में बिजलीघर है। फ़ीडर है सदीकपुर, यह गांव भाजपा के विधायक राजेश चौधरी का है। विधायक होने बावजूद भी इस के कर्मचारी सबसे ज़्यादा लापरवाही करते हैं। जिसका ख़ामियाज़ा जनता को भुगतना पड़ता है। समय पर पर्याप्त बिजली न मिलना जनता के लिए स्थायी समस्या बन गई है। बेशक राजेश चौधरी की क्षेत्र में घूमने और बाढ़ पीड़ितों के बीच जाने जैसी तमाम रील/फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं। लेकिन सदीकपुर फ़ीडर से संबंधित विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से शायद विधायक जी भी नदारद हैं।
Mathura: जब ख़बर इंडिया ने विधायक जी से बातें की तो उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर लग रहे लापरवाही के आरोपों को नकारते हुए कहा कि 18 घंटे पर्याप्त बिजली जनता को मिल रही है। कोई लापरवाही नहीं है। मेरे पास कोई शिकायत ऐसी नहीं आई है। अगर कोई शिकायत आती है तो ज़रूर सज्ञान लिया जायेगा।
प्रदेश की वर्तमान सरकार में विधायक राजेश चौधरी विधानसभा की जनता की समस्याओं को निदान कैसे करते हैं यह अलग बात है लेकिन यह अपने पैतृक गांव को भी रोशनी देने में असफल हैं। सदीकपुर फ़ीडर बनाने का श्रेय बेशक विधायक जी लेते हों परंतु कर्मचारियों की लापरवाही से आख़िर विधायक जी अनभिज्ञ क्यों हैं?
विधान परिषद में रखते हैं पक्ष लेकिन बिजली के बिना अपना गांव ही पस्त
Mathura: दूसरे विधायक हैं योगेश नौहवार जो रालोद के आशीर्वाद से विधान परिषद पहुंचे हैं। उनका पैतृक गांव पारसौली है जो कि सदीकपुर से क़रीब 1 किमी दूरी पर है। इनका गांव भी इसी फ़ीडर से बिजली पहुँचती है। जब ख़बर इंडिया ने विधायक जी से बातें की तो विभागीय अधिकारियों की लापरवाही को स्वीकारते हुए उनका कहना है कि हम अलग फ़ीडर की लगातार मांग कर रहे हैं। सरकार के सामने भी पक्ष रखा है उम्मीद है जल्द अलग हो जायेगा।
विधान परिषद सदस्य योगेश नौहवार जिस पार्टी से संबंध रखते हैं वह भी दिनों भाजपा के गठबंधन से सरकार में है। योगेश नौहवार किसानों की बात रखने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन अंधेरे में डूबे किसान व क्षेत्रीय जनता पर विधायक की नज़र हो सकता महंगी कार के शीशे न पड़ने देते हों। बाक़ी हैं तो विधायक जी ज़मीन से जुड़े। लगातार सन 2012 से विधानसभा का चुनाव भी इसी जनता के बीच लड़ते हैं।
एसडीओ फ़ोन नहीं उठाते, जेई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते
Mathura: क्षेत्रीय जनता की तमाम शिकायतों के बाद विभागीय लोग अनदेखी करते हैं तो शिकायतों के आधार पर ख़बर इंडिया अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश करता है। एसडीओ फोन नहीं उठाते शायद समस्या का समाधान तो बाद का विषय है। जेई जीतेंद्र कुमार से बताते हैं कि लाइन में गड़बड़ी के कारण बिजली का संचालन सही से नहीं हो पा रहा है। लाइनमैन लगातार लगे हुए हैं। सवाल– अब आगे तो ठीक आयेगी ना, कोई परेशानी तो नहीं होगी? यह सुनकर फ़ोन काट देते हैं..
आख़िर यह आम जनता सिर्फ़ वोट देने और माला पहनाने के लिए ही बची है क्या? आख़िर इस जनता की सुनेगा कौन? न अधिकारी सुनते हैं न जनप्रतिनिधि.. क्षेत्र के दोनों जनप्रतिनिधियों के लिए विचार करने का विषय है। अधिकारियों की चल सकती है लेकिन आपको कुर्सी पर रहना तो जनता के बीच आकर जनता की सुननी होगी..
Mathura: इस समस्या का समाधान कब तक होगा इस सवाल का जवाब अभी ख़बर इंडिया के पास भी नहीं है..
माननीयों को विचार करना चाहिए..