Maulana Shahabuddin Razvi: बरेली,ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में भाजपा को रोकना केवल मुसलमानों का दायित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का दावा करने वाली पार्टियों को भी इस दिशा में जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
मौलाना रजवी ने कहा कि वर्षों से यह धारणा बन गई है कि भाजपा को रोकने का ठेका सिर्फ मुसलमानों ने लिया हुआ है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। उनकी मान्यता है कि चुनाव परिणामों ने मुसलमानों को यह सोचने पर मजबूर किया है कि उन्हें अपने राजनीतिक नजरिये में बदलाव की जरूरत है।
ओवैसी की पार्टी के प्रदर्शन की तारीफ
बिहार के सीमांचल क्षेत्र में एआईएमआईएम के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी पिछले कुछ समय से सीमांचल में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और इस चुनाव में उनकी पार्टी ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। एआईएमआईएम ने सीमांचल की पांच सीटों पर जीत दर्ज की है, जिसे मौलाना रजवी ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।
Maulana Shahabuddin Razvi: धर्मनिरपेक्ष पार्टियों पर भी जिम्मेदारी
आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, भाजपा को रोकना सिर्फ मुसलमानों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाली पार्टियों की भी जिम्मेदारी है कि वे भाजपा को रोकें। उन्होंने कहा कि बिहार का चुनाव मुस्लिम मतदाताओं को यह सोचने पर मजबूर करता है कि उन्हें नए राजनीतिक विकल्पों पर विचार करना चाहिए।

ओवैसी सीमांचल दौरे पर जाएंगे
बिहार में मिली सफलता के बाद एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी 21 और 22 नवंबर को सीमांचल का दौरा करेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि वे सीमांचल की जनता का व्यक्तिगत रूप से आभार व्यक्त करने आ रहे हैं।ओवैसी ने कहा,सीमांचल के भाइयों और बहनों, आपने अपने बहुमूल्य वोट से हमारे उम्मीदवारों को विजय दिलाई। आपकी दुआएं और समर्थन ही मेरी असली ताकत हैं।
Maulana Shahabuddin Razvi: जानिए कौन शहाबुद्दीन रजवी
1. मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
2. वे बरेलवी सुन्नी मुस्लिम समुदाय के प्रमुख धार्मिक नेताओं में से एक माने जाते हैं।
3. सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखने के लिए वे अक्सर सुर्खियों में रहते हैं।
4. देश में मुसलमानों के सामाजिक उत्थान और धार्मिक शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
5. विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर सरकार और समाज को सलाह देने के कारण उनकी पहचान एक प्रभावशाली मौलाना के रूप में होती है।
यह भी पढ़ें…MOHAN BHAGWAT: आरएसएस को गुरु दक्षिणा से मिलता है धन, मोहन भागवत ने बताई संघ के सफर की कहानी







