Meerut News: मेरठ के SDM सदर कार्यालय के बाहर एक किसान ने जमकर हंगामा किया। सुनवाई के दौरान भावुक होकर किसान SDM सदर डॉ. दीक्षा जोशी के पैरों में गिर पड़ा और जमीन पर बैठकर रोने लगा। SDM ने उसे पानी पिलाकर शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वह बार-बार न्याय की गुहार लगाता रहा।
अब जानें क्या है मामला?
किसान राजीव, जो थाना सरूरपुर क्षेत्र के गांव कालीना का रहने वाला है, ने आरोप लगाया कि उसकी जमीन विवाद मामले में लेखपाल ने विपक्षी पक्ष के पक्ष में गलत रिपोर्ट लगा दी है। उसने कहा कि रिपोर्ट लगाने के बदले उससे 10 हजार रुपए की रिश्वत भी मांगी गई थी, जिसकी शिकायत उसने अधिकारियों से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। राजीव ने कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह अपनी जान दे देगा अब मेरा अगला पता सिर्फ श्मशान होगा। फिलहाल, मामला SDM सदर डॉ. दीक्षा जोशी की कोर्ट में विचाराधीन है। दीक्षा जोशी जुलाई 2025 से SDM सदर के पद पर हैं। वे 2022 बैच की IAS अधिकारी हैं और इससे पहले सरधना तहसील में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रह चुकी हैं।
Meerut News: मामले में SDM ने क्या बताया?
किसान के पिता रविंद्र सिंह और सत्येंद्र सिंह के बीच 2020 से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। उस समय तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट संदीप भागिया ने राजीव के पक्ष में फैसला दिया था, लेकिन विपक्षी पक्ष अपील कर उसे निरस्त कराने में सफल हो गया। मंगलवार को सुनवाई के दौरान लेखपाल सुरेंद्र कुमार ने जमीन से संबंधित रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत की, जिसे कोर्ट ने सही और नियमानुसार बताया। इसके बाद राजीव भड़क गया और कोर्ट के बाहर ही धरने पर बैठ गया। स्थिति बिगड़ती देख SDM सदर डॉ. दीक्षा जोशी स्वयं बाहर आईं और किसान को समझाने की कोशिश की। कुछ देर बाद ADM सिटी बृजेश सिंह और ADM FR सूर्यकान्त त्रिपाठी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने किसान को आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी और दोनों पक्षों को पूरा मौका दिया जाएगा। मामले में SDM दीक्षा जोशी ने बताया कि किसान तुरंत निर्णय चाहता था, जबकि कोर्ट की प्रक्रिया के अनुसार दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद ही फैसला दिया जाएगा। किसान को यह समझाया गया है।
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