MP GWALIOR NEWS : बेमौसम बारिश से नष्ट हुई फसलों को लेकर क्षेत्र के गांवों में दौरा कर रहे पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव और विधायक मोहन सिंह राठौर के बीच अब खुला वाकयुद्ध छिड़ गया है। गड़ाजर गांव में एक ग्रामीण ने लाखन सिंह यादव से 15 साल की विधायकी का हिसाब मांगा, जिससे नाराज होकर पूर्व मंत्री भड़क उठे।
लाखन सिंह ने मोहन राठौर पर साधा निशाना
ग्रामीण के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने तीखा पलटवार किया और कहा, “मेरा मुकाबला तो उसके पूर्वज भी नहीं कर सकते। तुम जैसे एलिमेंटों ने जनता का सत्यानाश किया है।” उन्होंने क्षेत्रीय विधायक मोहन सिंह राठौर को निशाने पर लेते हुए उनके कामकाज पर सवाल उठाए और कहा कि जनता सब जानती है कि कौन जनता के साथ है और कौन नहीं।
मोहन सिंह राठौर ने दिया करारा जवाब
गड़ाजर गांव से शुरू हुई इस जुबानी जंग का जवाब देते हुए विधायक मोहन सिंह राठौर ने पूर्व मंत्री को “भ्रष्ट” करार दिया। राठौर ने कहा, “मुर्दों के खिलाफ नारे नहीं लगते। बीस साल तक लाखन सिंह ‘मरे विधायक’ के नाम से जाने जाते थे। जिंदा वही होता है जिसके खिलाफ कभी-कभी साजिशन मुर्दाबाद के नारे लगते हैं।”
“किसानों ने नहीं, कांग्रेसियों ने लगवाए नारे”- राठौर
विधायक राठौर ने आरोप लगाया कि खाद वितरण के दौरान कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर उनके खिलाफ नारे लगवाए। उन्होंने कहा, “किसानों ने कोई विरोध नहीं किया था। एक शिवपुरी जिले का व्यक्ति और यहां के दो कांग्रेसियों ने मुर्दाबाद के नारे साजिशन लगवाए थे।”
क्षेत्र में बढ़ा राजनीतिक तापमान
MP GWALIOR NEWS: गड़ाजर गांव से शुरू हुई यह बयानबाज़ी अब पूरे ग्वालियर क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। जहां कांग्रेस नेता लाखन सिंह यादव किसानों के मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ दल को घेरने में जुटे हैं, वहीं भाजपा विधायक मोहन सिंह राठौर इसे राजनीतिक नौटंकी बता रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह टकराव आने वाले स्थानीय निकाय और विधानसभा चुनावों के समीकरणों पर असर डाल सकता है।
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