UP News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में आज एक बार फिर समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान का नाम सुर्खियों में बना हुआ है। वजह है सपा मुखिया अखिलेश यादव और आजम खान की दूसरी मुलाकात है। लेकिन इस बार अखिलेश नहीं बल्कि आजम उनसे मिलने उनके घर पहुंचे थे। इससे पहले दोनों नेताओं के बीच मुलाकात 8 अक्टूबर को हुई थी। उधर, आज हुई इस मुलाकात से राजनीतिक गलियार में हड़कंप मच गया है क्योंकि आजम ने सीएम योगी के बयान पर कहा कि मैं सबसे बड़ा माफिया हूं।
पत्रकारों से बात कर क्या बोले आजम?
UP News: अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद आजम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कुछ हाले दिल उन्होंने कहा, कुछ हाले दिल हमने कहा। उन्होंने आगे कहा कि आजम खान सपा प्रमुख से मुलाकात के बाद देश का माहौल खराब हो रहा है। इसलिए बदलाव के लिए सबको एक साथ आना और एकजुट होना बहुत जरूरी है। सीएम योगी के माफिया मुक्त के बयान पर आजम ने कहा कि मैं खड़ा तो हूं सबसे बड़ा माफिया आपके सामने, में न-1 माफिया हूं, मुझसे बड़ा माफिया कौन है? हमारी मिसाले दी जाएंगी।
लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मुलाकात बहुत मायने रखती है क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेता की मौजूदगी हमेशा महत्वपूर्ण होती है। आजम खान ने यह भी कहा कि सपा अगर सत्ता में आती है तो उनके खिलाफ दर्ज पुराने मुकदमे वापस… pic.twitter.com/jlua9MqFjH
— Khabar India ख़बर इंडिया (@_KhabarIndia) November 7, 2025
अखिलेश ने X पर शेयर की फोटो
UP News: वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने मुलाकात को लेकर X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि न जाने कितनी यादें संग ले आए, जब वो आज हमारे घर पर आए! ये जो मेलमिलाप है यही हमारी साझा विरासत है। इस मुलाकात को लेकर अब राजनीतिक गलियारों में सियासी बवाल तेज हो गया है।
न जाने कितनी यादें संग ले आए
जब वो आज हमारे घर पर आए!ये जो मेलमिलाप है यही हमारी साझा विरासत है। pic.twitter.com/hPr56uCLFB
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 7, 2025
अखिलेश परिवार के साथ मेरा नाता 45 साल पुराना
UP News: गौरतलब है कि इससे पहले आईएएनएस के साथ बातचीत में आजम खान से जब यह पूछा गया कि जब आप जेल में थे, तो क्या आपको उम्मीद थी कि अखिलेश यादव मिलने आएंगे। इस पर आजम खान ने कहा कि अखिलेश यादव जेल में भी कई बार आए थे। पिछली बार जब मैं तीन साल जेल में रहा था, तब भी आए थे, और अभी हाल ही में भी आए। किसी के आने या न आने से रिश्ते बनते या बिगड़ते नहीं हैं। जब किसी से हमारा वैचारिक और ऐतिहासिक लगाव हो, तो वह रिश्ता बना रहता है। उनके परिवार के साथ मेरा नाता लगभग 45 साल पुराना है। रिश्ते नहीं टूट जाते। उन्होंने कहा कि किसी रिश्ते को छोड़ना अच्छी चीज नहीं है। जब भी आपको पता चले कि मुझे किसी ने छोड़ दिया, गलती उसकी होगी, मेरी नहीं होगी। मैं छोड़ने में यकीन नहीं करता। जिस घर से 45 साल से रिश्ते हों, उन्हें कैसे छोड़ सकता हूं? शिकवा, शिकायत, गलतफहमी हो सकती है, वह कल भी थी, आज भी है, कल भी होगी।
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