YOGI BABA NEWS: उत्तर प्रदेश में नशे के दुरुपयोग के खिलाफ चल रही सख्त मुहिम के तहत राज्य सरकार ने कोडीन युक्त कफ सिरप और एनआरएक्स श्रेणी की दवाओं के अवैध कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने वाराणसी, सुल्तानपुर, भदोही और प्रयागराज की 19 दवा फर्मों पर एनडीपीएस एक्ट में एफआईआर दर्ज कराई, जिन्हें नशे के अवैध बाजार को सप्लाई करने का हिस्सा माना जा रहा है।
दस्तावेज़ों की भारी गड़बड़ी, नशे के उपयोग की पुष्टि
जांच टीमों के अनुसार इन प्रतिष्ठानों के पास न तो खरीद-बिक्री के अनिवार्य रिकॉर्ड थे, न ही वितरण की कानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया। कई फर्मों में यह भी पाया गया कि कोडीन सिरप की सप्लाई रिटेल काउंटर की बजाए नशे के अवैध नेटवर्क तक पहुँचाई जा रही थी। अधिकारियों के अनुसार, यह कोई सामान्य लापरवाही नहीं बल्कि एक संगठित तंत्र था, जो नशे की दवाओं को नियमित मेडिकल सप्लाई की आड़ में खपाता था।
YOGI BABA NEWS: किन पर हुई कार्रवाई
वाराणसी में 12, सुल्तानपुर में 4, भदोही और प्रयागराज में 1-1 फर्म से जुड़े संचालकों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें राधिका इंटरप्राइजेज, मेड रेमेडी, श्री हरि फार्मा, सौम्या मेडिकल, खाटू फार्मा, काल भैरव ट्रेडर्स, विंध्यवासिनी ट्रेडर्स, श्याम फार्मा और अन्य प्रतिष्ठान शामिल हैं। सुल्तानपुर में वैभव फार्मा, वैश्य मेडिकल स्टोर और दो अन्य एजेंसियों पर भी कार्रवाई की गई है।
लाइसेंस रद्द करने का आदेश, राज्यभर में 87 एफआईआर
एफएसडीए आयुक्त रौशन जैकब ने तत्काल प्रभाव से सभी 19 फर्मों के लाइसेंस रद्द करने के निर्देश दिए। राज्य में चल रही विशेष ड्राइव में अब तक 87 एफआईआर नशा नियंत्रण से जुड़े अवैध दवा व्यवसाय के खिलाफ दर्ज की जा चुकी हैं केवल वाराणसी में 28 और जौनपुर में 12 एफआईआर हो चुकी हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह नेटवर्क कितना बड़ा है इसका आकलन अभी बाकी है और सप्लाई चैन से जुड़े अन्य लोगों की जांच जारी है।
YOGI BABA NEWS: किसी को बख्शा नहीं जाएगा-एफएसडीए
विभाग का कहना है कि नशे के बाजार को सप्लाई करने वाले मेडिकल प्रतिष्ठान “दवा वितरण व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा” बन चुके हैं। एफएसडीए ने साफ कहा कि इस नेटवर्क में शामिल किसी भी संचालक, वितरक या एजेंसी को छोड़ा नहीं जाएगा।







