Aligarh: जट्टारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में शनिवार को संघ के स्वयंसेवकों ने नगर में भव्य पथ संचलन का आयोजन किया। इस अवसर पर स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में रावण टीला से कदमताल करते हुए मुख्य मार्गों से गुजरते हुए सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण तक पहुँचे।
पूर्ण गणवेश में सजे स्वयंसेवक जब बैंड-बाजों की ताल पर कदमताल करते हुए नगर की सड़कों पर निकले, तो पूरा माहौल देशभक्ति के रंग में रंग गया। कस्बे के प्रमुख मार्गों से गुजरते संचलन का लोगों ने खुले दिल से स्वागत किया और स्वयंसेवकों पर फूलों की वर्षा की।
इस दौरान नगर की गलियों में “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारे गूंज उठे। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने पथ संचलन का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। इस दृश्य ने न केवल स्थानीय लोगों के मन में गर्व का भाव जगाया, बल्कि संघ की अनुशासित कार्यप्रणाली और संगठन की शक्ति को भी उजागर किया।
फूलों से स्वागत, गूंज उठा जट्टारी नगर
Aligarh: जट्टारी नगर का वातावरण शनिवार को देशभक्ति के स्वर से भर गया। स्वयंसेवकों का अनुशासित और सुसंगठित पथ संचलन नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए गुजरा। स्थानीय नागरिकों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया। स्वयंसेवकों की एकरूप वेशभूषा और सुसंगठित चाल ने नगरवासियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
प्रमुख पदाधिकारी रहे मौजूद
Aligarh: कार्यक्रम की अध्यक्षता पवन कुमार ऐलन ने की। मंचासीन खंड संघ चालक अशोक कुमार सहित प्रमुख पदाधिकारी जिला प्रचारक अनमोल, जिला कार्यवाह शिवकांत रावत, जिला प्रचार प्रमुख सिकंदर सिंह, सह जिला शारीरिक प्रमुख कन्हैया लाल, जिला संपर्क प्रमुख सुभाष चौधरी, सह जिला कार्यवाह सूरज चौधरी, खंड कार्यवाह ओमवीर सिंह, नगर कार्यवाह गौरव चौधरी, विभाग व्यवस्था प्रमुख विशाल अग्रवाल, एड. देवेश मालान, सचिन चौहान और रिंकु तालान, जितेंद्र डागुर, सत्यवीर अत्री और केशव मालान आदि स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
सभी अधिकारियों ने स्वयंसेवकों का उत्साह बढ़ाया और संघ के शताब्दी वर्ष के महत्व पर प्रकाश डाला।

मुख्य वक्ता का प्रेरणादायक संदेश
Aligarh: कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रांत सह संयोजक ग्राम विकास दयाल शर्मा ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि,
“आज संघ के करोड़ों स्वयंसेवक निस्वार्थ भाव से समाज सेवा में लगे हुए हैं। यही कारण है कि आरएसएस अपनी सेवा, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम के 100 गौरवशाली वर्ष पूरे कर सका है।”
संचलन के पश्चात आयोजित सभा में मुख्य शिक्षक गौरव सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हर स्वयंसेवक राष्ट्र सेवा, सामाजिक एकता और संस्कार निर्माण के लिए समर्पित है।
वही ख़ैर ज़िले के ज़िला प्रचारक अनमोल ने कहा -“संघ केवल संगठन नहीं, बल्कि एक राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया है। प्रत्येक स्वयंसेवक का उद्देश्य समाज में समरसता और सेवा का भाव स्थापित करना है।”
गौरव सिंह ने भी स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए कहा कि अनुशासन, समयपालन और राष्ट्र के प्रति समर्पण ही संघ की पहचान है।
अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की मिसाल
Aligarh: कार्यक्रम का समापन सामूहिक प्रार्थना और राष्ट्रगीत के साथ हुआ। स्वयंसेवकों ने एक स्वर में राष्ट्र के उत्थान का संकल्प लिया। आयोजन के दौरान स्वयंसेवकों की अनुशासित पंक्तियाँ, कदमों की ताल और सेवा भाव ने हर दर्शक को प्रभावित किया।
संघ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन न केवल संगठन की एकजुटता का प्रतीक हैं, बल्कि समाज में जागरूकता, संस्कार और राष्ट्रीय चेतना को भी सशक्त करते हैं।
जट्टारी नगर में आयोजित यह पथ संचलन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शताब्दी वर्ष के तहत मनाए जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा था। आयोजन की सफलता में नगर व खंड के सभी स्वयंसेवकों का उल्लेखनीय योगदान रहा।

समापन पर लिया सेवा का संकल्प
Aligarh: कार्यक्रम के समापन पर सभी स्वयंसेवकों ने भारत माता के प्रति निष्ठा और समाज सेवा के मार्ग पर निरंतर अग्रसर रहने का संकल्प लिया। आयोजन शांतिपूर्ण एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ, जिससे नगर में राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भाव का संदेश गूंज उठा।
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