Gorakhpur News: गोरखपुर के चिलुआताल थाना क्षेत्र के घोसिपुरवा मोहल्ले में कुछ दिनों पहले लगाए गए बैनरों और पोस्टरों ने इलाके का माहौल गर्मा दिया।
इन बैनरों पर बड़े अक्षरों में “I LOVE MUHAMMAD” लिखा गया था, जिसके नीचे छपी पंक्तियाँ — “हिसाब से रहो साहब, हम सब्र में हैं, कब्र में नहीं” ने स्थानीय लोगों को बेचैन कर दिया।मंगलवार सुबह बैनर दिखते ही कुछ लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और कुछ ने पोस्टर फाड़ दिए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची, बैनर जब्त किए और शांति बनाए रखने की अपील की। फिलहाल क्षेत्र में शांति है, लेकिन मामला जांच के अधीन है। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में भी लिया है। चिलुआताल थाना प्रभारी सूरज सिंह ने बताया कि तीनों युवकों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि बैनर लगाने के पीछे किसका इरादा था और इसका मकसद क्या था। फिलहाल क्षेत्र में शांति बनी हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस पूरी तरह चौकन्नी है।
कानपुर में ‘I Love मोहम्मद’ बैनर से शुरू हुआ विवाद
Gorakhpur News: इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत कानपुर के रावतपुर स्थित सैयदनगर से हुई थी।
4 सितंबर को बारावफात के मौके पर आयोजित एक रोशनी कार्यक्रम के दौरान “I Love मोहम्मद” का बैनर लगाया गया।
अगले दिन यानी 5 सितंबर को इलाके के कुछ हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया।
उनका कहना था कि “ऐसा बोर्ड पहले कभी नहीं लगाया गया, यह नई परंपरा है और इसे रोका जाना चाहिए।”

दोनों समुदायों के बीच नारेबाजी, पुलिस ने संभाला मोर्चा
Gorakhpur News: विवाद बढ़ने पर सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए।
दोनों पक्षों में नारेबाजी हुई और माहौल तनावपूर्ण बन गया।
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने दो घंटे की मशक्कत के बाद भीड़ को शांत कराया।
10 सितंबर को दरोगा पंकज शर्मा की तहरीर पर 12 नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
एफआईआर के विरोध में जुलूस, लोगों ने कहा—“क्या नाम लेना भी जुर्म है?”
Gorakhpur News: एफआईआर दर्ज होने की खबर फैलते ही शारदानगर में 19 सितंबर को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस निकाला।
लोगों का कहना था कि “क्या अब अपने पैगंबर का नाम लिखना भी गलत हो गया?”
प्रदर्शनकारियों ने एफआईआर को गलत बताते हुए कहा कि इसे वापस लिया जाना चाहिए।
लोगों ने चेतावनी दी कि अगर निर्दोषों को जेल भेजा गया, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
बरेली में भड़की हिंसा, मौलाना तौकीर समेत कई गिरफ्तार
Gorakhpur News: 26 सितंबर को कानपुर के इसी मुद्दे को लेकर बरेली में हिंसा फैल गई।
मौलाना तौकीर रजा ने प्रदर्शन का आह्वान किया, जिसके दौरान भीड़ ने पथराव किया और फायरिंग की घटनाएँ हुईं।
पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और हालात पर काबू पाने के लिए भारी फोर्स तैनात की गई।
मौलाना तौकीर रजा समेत 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और उनकी करोड़ों की संपत्तियों की जांच जारी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त चेतावनी
Gorakhpur News: बरेली हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“मौलाना भूल गए कि शासन किसका है? वो सोचते हैं धमकी देंगे और जाम लगा देंगे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
न जाम लगेगा, न कर्फ्यू लगेगा — अब कानून ही सबसे ऊपर है।”
योगी ने आगे कहा कि “हम ऐसा सबक सिखाएँगे कि आने वाली पीढ़ियाँ भी हिंसा करना भूल जाएँगी।”
“कुछ लोगों को शांति और विकास रास नहीं आता”
Gorakhpur News: सीएम ने कहा कि कुछ तत्व ऐसे हैं जिन्हें राज्य में शांति और लोककल्याण पसंद नहीं।
जब भी हिंदू समाज कोई त्योहार मनाता है, वे माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं।
योगी ने कहा कि “ऐसे लोगों की गर्मी शांत करने के लिए सरकार को कभी-कभी सख्ती दिखानी पड़ती है।”
धर्म और आस्था पर मुख्यमंत्री का बयान
Gorakhpur News: योगी आदित्यनाथ ने कहा, “इस्लाम में मूर्ति पूजा का विरोध है — यह उनकी मान्यता है।
हम निराकार ब्रह्म की उपासना करते हैं — यह हमारी परंपरा है।
लेकिन कोई भी व्यक्ति दूसरे धर्म की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं करेगा।”
उन्होंने कहा कि “कुछ लोग मोहम्मद के नाम पर समाज में तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
ऐसे लोगों को कानून के दायरे में लाया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
सरकार ने दी शांति बनाए रखने की अपील
Gorakhpur News: सीएम योगी ने नागरिकों से कहा, “आप अपने घरों में आस्था रखें, त्योहार मनाएँ, लेकिन किसी की भावना से खिलवाड़ न करें।”
उन्होंने चेतावनी दी कि “राज्य की सुरक्षा और सौहार्द से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
पुलिस ने सभी जिलों में चौकसी बढ़ा दी है और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है।
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