Aligarh News: अलीगढ़ पुलिस ने बड़ा खुलासा करता हुए मंदिरों की दीवारों पर I Love Mohammad लिखकर सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश करने वाले चार हिंदू युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से पुलिस ने स्प्रे पेंट की कैन बरामद की है, जिसका इस्तेमाल I Love Mohammad लिखने के लिए किया गया था।
पुलिस जांच में हुआ खुलासा
Aligarh News: पुलिस जांच में सामने आया कि ये युवक मुस्लिम समुदाय के लोगों को झूठे मामलों में फंसाने और पुराने विवादों से जुड़े मुकदमों में दबाव बनाने की मंशा से यह साजिश रच रहे थे। ये मामला 25 अक्टूबर का है। जब लोधा थाना क्षेत्र के बुलाकगढ़ी और भगवानपुर गांव में मंदिरों की दीवारों पर I Love Mohammad लिखा गया था।
एसएसपी नीरज जादोन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया खुलासा
Aligarh News: मामले में जानकारी देते हुए पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी नीरज जादोन ने बताया कि 25 अक्टूबर को दो गांवों के चार मंदिरों की दीवारों पर धार्मिक नारे लिखे जाने की सूचना मिली थी। इस घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया था। पुलिस अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर दीवारों से नारे हटवाए और स्थानीय लोगों को समझाकर स्थिति सामान्य कराई।
थाना लोधा पर पंजीकृत मु0अ0सं0 303/25 धारा 299/351(2)/ 192/197/229/61(2)BNS व 7 सीएलए एक्ट में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा दी गई बाइट-#Aligarhpolice@Uppolice @dgpup @adgzoneagra pic.twitter.com/81GmGqBPtA
— ALIGARH POLICE (@aligarhpolice) October 30, 2025
करणी सेना ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
Aligarh News: घटना के बाद करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने आठ मुस्लिम व्यक्तियों मुस्तकीम मौलवी, गुल मोहम्मद, सुलेमान, सोनू, अल्ला बक्श, हसन, हामिद और यूसुफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने गहन जांच के बाद पाया कि इस मामले में शामिल लोग वही नहीं थे जिनके नाम रिपोर्ट में दर्ज थे। पुलिस ने जांच के दौरान जीशान्त कुमार (निवासी बुलाकगढ़ी), आकाश सारस्वत, दिलीप कुमार और अभिषेक सारस्वत (तीनों निवासी भगवानपुर) को गिरफ्तार किया। सभी के पास से वह स्प्रे कैन भी बरामद की गई, जिससे मंदिरों की दीवारों पर नारे लिखे गए थे।
पुराने विवाद को लेकर रची गई थी साजिश
Aligarh News: एसएसपी ने बताया कि मामले के पीछे पुरानी रंजिशें और दो मुकदमों से जुड़ा विवाद मुख्य कारण था। पहला मामला जनवरी 2024 का है, जब गुल मोहम्मद और मुकेश के परिवारों के बीच झगड़ा हुआ था। इसमें 15 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। जबकि दूसरा मामला सितंबर 2024 का है, जिसमें मुस्तकीम और आरोपी जीशान्त के बीच मारपीट हुई थी। दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। पुलिस के अनुसार, चारों युवकों ने सोची-समझी योजना के तहत यह हरकत की ताकि मौजूदा मुकदमों में अपने पक्ष में फैसला कराने के लिए दबाव बनाया जा सके और माहौल को भड़काया जा सके।
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