New Delhi: आज 5 नवंबर को पूरा देश गुरु नानक जयंती के प्रकाश पर को मना रहा है। ऐसे ने कई लोग आज गुरु नानक जी के जन्मस्थान ननकाना साहिब उनकी 556वीं जयंती मनाने के लिए जाते है। लेकिन पाकिस्तान द्वारा शुरू में प्रवेश की अनुमति दिए गए 14 भारतीय नागरिकों को हिंदू बताकर वापस भेज दिया गया।

पाकिस्तान ने क्यों लौटाए भारतीय श्रद्धालु
New Delhi: बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा करीब 2100 लोगों को पाकिस्तान जाने की अनुमति दी गई थी, इन्हीं में ये 14 लोग भी शामिल थे। साथ ही इतने ही लोगों को इस्लामाबाद ने यात्रा दस्तावेज़ जारी करे थे। इसमें से करीब 1,900 लोग वाघा सीमा पार करके पाकिस्तान पहुंची।
इसके बाद जानकारी मिली कि 14 हिंदू तीर्थ यात्री जिनका जन्म पाकिस्तान में हुआ था और वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए जा रहे थे। हैरानी की बात यह रही कि दस्तावेजों से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी थीं, उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया गया कि तुम हिंदू हो तुम सिखों के साथ नहीं जा सकते। जिसके बाद उन्हें वापस भारत आना पड़ा।
300 और तीर्थयात्रियों को नहीं मिली मंज़ूरी
New Delhi: पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना था कि जिनके रिकॉर्ड में सिख होने का उल्लेख है, उन्हें ही सिर्फ आगे जाने दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि वो सिख जत्थे के साथ ही बस में बैठकर ननकाना साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले थे, तभी पाकिस्तानी अधिकारियों ने घोषणा कर कहा कि वही लोग आगे जा सकेंगे, जिनके कागजो में धर्म में ‘सिख’ लिखा हुआ है। साथ ही स्वतंत्र रूप से वीजा के लिए करीब 300 लोगों ने आवेदन दिया था, लेकिन गृह मंत्रालय की मंजूरी न होने की वजह से उन्हें भारत वापस भेज दिया गया। गुरु नानक जयंती का मुख्य समारोह लाहौर से 80 किलोमीटर दूर गुरुद्वारा जन्मस्थान में आज यानी 5 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।
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