Weather Update: दिल्ली और एनसीआर में हवा का हाल इन दिनों बहुत खराब है। लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और आसमान में धुंध की परत मोटी होती जा रही है। जिन लोगों को पहले से अस्थमा या सांस से जुड़ी दिक्कतें हैं, उनके लिए हालात और भी खराब हो चुके हैं।
हुई हल्की बूंदाबांदी
हालांकि, मौसम विभाग से थोड़ी राहत की खबर जरूर आई है। पिछले कुछ दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में पछुआ हवाएं चलीं और हल्की-फुल्की बूंदाबांदी भी हुई, जिससे उम्मीद जगी कि हवा थोड़ी साफ हो सकती है, लेकिन इसी बीच बंगाल की खाड़ी में मौसम ने फिर करवट ली है। खाड़ी में एक गहरा दबाव क्षेत्र (वेल-मार्क्ड लो प्रेशर एरिया) बन गया है, जो अब बांग्लादेश और म्यांमार के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि इससे जुड़ा एक चक्रीय तंत्र (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) समुद्र तल से करीब 6 किलोमीटर की ऊंचाई तक सक्रिय है।
पूर्वोत्तर भारत में बारिश की संभावना
इस सिस्टम की वजह से पूर्वोत्तर भारत में बारिश की संभावना है। खासतौर पर असम, मणिपुर और त्रिपुरा में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, दिल्ली और उत्तर भारत के बाकी हिस्सों में फिलहाल भारी बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है। मौसम विभाग ने साफ किया है कि यह सिस्टम भारतीय तट से थोड़ा दूर है, इसलिए इसका सीधा असर दिल्ली पर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे बने बदलाव हवाओं की दिशा जरूर बदल सकते हैं।
IMD Weather Alert
As the season quietly shifts, a dip in minimum temperatures is expected by 3–5°C over Northwest India and 2–4°C over Central India during the next three days. After this brief cool spell, no significant change is anticipated.
Let this be a reminder to embrace… pic.twitter.com/2h9FDT6Xfq
— India Meteorological Department (@Indiametdept) November 5, 2025
वहीं, दूसरी ओर उत्तरी हरियाणा के पास एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर के मौसम में हलचल देखने को मिल सकती है। यानी आने वाले दिनों में कुछ जगहों पर हल्की बारिश या धुंध में कमी देखने को मिले, तो हैरान मत होना। साथ ही एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी बन रहा है, जो उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ा सकता है।
पहाड़ों पर हो सकती है बर्फबारी
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले हफ्ते में पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसका असर दिल्ली और आसपास के शहरों पर भी पड़ेगा, यानी ठंडी हवाएं यहां की हवा को थोड़ा साफ करने में मदद कर सकती हैं।
पिछले दो दिनों में पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई है, जिससे प्रदूषण थोड़ा नीचे आया है। लेकिन अभी भी दिल्ली की हवा ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा में भी हालात लगभग ऐसे ही हैं। दिन में धूप निकलने से राहत जरूर मिलती है, लेकिन शाम होते-होते धुआं और धुंध फिर बढ़ जाती है।
दिल्ली में सूखा मौसम
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी कुछ दिन तक दिल्ली में सूखा मौसम रहेगा। आसमान साफ रहेगा, धूप निकलेगी, लेकिन प्रदूषण की पतली परत हवा में तैरती रहेगी। यह परत तभी कम होगी जब हवा की रफ्तार बढ़े या दोबारा बारिश हो। तब तक लोगों को मास्क पहनकर ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है। दिल्ली को फिलहाल राहत के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। पहाड़ों पर बर्फबारी और ठंडी हवाएं जैसे ही नीचे की तरफ आएंगी, तब जाकर प्रदूषण की परत थोड़ी छंटेगी। दिल्लीवालों को सुबह-सुबह की सैर टाल देनी चाहिए और सांस की परेशानी वाले लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी होगी।
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