Bihar new government: 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को भारी बहुमत मिलने के बाद अब सरकार गठन की प्रक्रिया तेज होती दिख रही है। मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बन जाने के बाद सियासी चर्चा का केंद्र अब विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) पद बन गया है, जिस पर बीजेपी और जेडीयू दोनों ही पार्टियों की पैनी नजर बताई जा रही है।
9 बार के विजेता प्रेम कुमार इस बार फ्रेम में
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गया टाउन सीट से लगातार नौ बार जीत दर्ज कर चुके बीजेपी के वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार इस पद की रेस में सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहे हैं। इसी कड़ी में प्रेम कुमार ने उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा से मुलाकात की, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्म हो गई है। हालांकि देखने को मिल रहा है कि जदयू की नजर भी इस पद पर टिकी हुई है।

मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में प्रेम कुमार ने कहा “संगठन जो जिम्मेदारी देगा उसे निष्ठा से निभाउंगा” इसे राजनीतिक विश्लेषक संकेतात्मक बयान के रूप में देख रहे हैं। वहीं, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने भी उन्हें अनुभवी और व्यवहारकुशल नेता बताते हुए कहा कि….
“यदि वे विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका संभालते हैं, तो यह सदन के लिए लाभदायक होगा।”
स्पीकर की कुर्सी पर दावेदारी – रणनीति किसकी भारी ?
चुनाव परिणाम के बाद यह चर्चा लगातार बनी रही कि स्पीकर पद पर किस पार्टी का नियंत्रण होगा। रिपोर्ट्स का दावा है कि बीजेपी इस महत्वपूर्ण पद को अपने पास रखना चाहती है, जबकि जेडीयू भी इस पद में अपनी साझेदारी और अधिकार का दावा रखती आई है। जहाँ बीजेपी की ओर से प्रेम कुमार सबसे वरिष्ठ चेहरा माने जा रहे हैं, वहीं जेडीयू में हरिनारायण सिंह को वरिष्ठता का आधार प्राप्त है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि एनडीए के भीतर पद-व्यवस्थापन की राजनीतिक गणित कैसी दिशा लेती है।
Bihar new government: सत्ता समीकरण का अगला अध्याय शुरू
बिहार में सरकार तो लगभग तय है, लेकिन स्पीकर के पद पर होने वाला फैसला सत्ता संतुलन और राजनीतिक प्राथमिकताओं को स्पष्ट करेगा। कौन संभालेगा बिहार विधानसभा की कार्यवाही ,अनुभव का तराजू क्या निर्णय देगा, यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।
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