Rajasthan News: राजस्थान में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन दिनों एक वीडियो जबरदस्त चर्चा में है, जिसमें जाट समाज के कोठरियां परिवार द्वारा थापा परिवार के लिए भरा गया ऐतिहासिक मायरा सबको चौंका रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मायरा भरते समय भाई ने अपनी बहन को ऐसे उपहार दिए, जिनकी भव्यता ने पूरे प्रदेश का ध्यान खींच लिया है। बताया जाता है कि इस मायरे में 1 किलो चांदी, 1 पेट्रोल पंप, 210 बीघा जमीन, एक आवासीय प्लॉट और लगभग 1.50 करोड़ रुपये नकद शामिल हैं। कुल अनुमानित मूल्य लगभग 15 करोड़ 65 लाख रुपये बताया जा रहा है। जाट समाज में मायरा को हमेशा सम्मान की रस्म माना गया है, और यह आयोजन उसकी एक अनोखी मिसाल बन गया है। इस वायरल वीडियो के बाद लोगों में यह जिज्ञासा भी बढ़ी है कि आखिर मायरा होता क्या है और समाज में इसकी इतनी प्रतिष्ठा क्यों है? आइए विस्तार से समझते हैं—
मायरा क्या होता है?
राजस्थान समेत हरियाणा, पश्चिमी यूपी और मध्य भारत के कई क्षेत्रों में, विशेषकर जाट समाज में, “मायरा” (या भात) एक अत्यंत सम्मानित परंपरा है।
इस रस्म में मायके का भाई अपनी बहन और उसके परिवार को बड़े अवसरों—जैसे शादी, लड़के या लड़की के जन्म, या घर में किसी शुभ काम—पर उपहार, आशीर्वाद और आर्थिक सहयोग देता है। जाट समाज में मायरा केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि बहन के प्रति भाई के प्रेम, सम्मान और जिम्मेदारी का प्रतीक माना जाता है। यह दिखावे का नहीं, बल्कि परिवार के प्रति आत्मीयता और सहयोग का सबसे सशक्त तरीका है।
Rajasthan News: जाट समाज में मायरे का महत्व
1. रिश्तों की मजबूती और सम्मान
जाट समाज में भाई–बहन का रिश्ता बेहद मजबूत माना जाता है। मायरा इस रिश्ते के सम्मान और प्रेम को सार्वजनिक रूप से व्यक्त करने वाली पारंपरिक रस्म है।
2. सामाजिक सहयोग की मिसाल
गांवों और समुदायों में मायरा अक्सर उस आर्थिक सहयोग का प्रतीक होता है, जो परिवारों को बड़े आयोजनों में सहायता प्रदान करता है। खासकर जाट समाज में मायरा “हम सब एक हैं” का संदेश देता है।
3. सांस्कृतिक पहचान और गौरव
मायरा जाट संस्कृति की गहरी जड़ें दर्शाता है। यह वह परंपरा है, जिसे गांवों में पूरे सम्मान और सामूहिक खुशी के साथ निभाया जाता है। कई स्थानों पर पूरा समाज इस अवसर का हिस्सा बनता है।
4. मान–सम्मान और परिवार की प्रतिष्ठा
जाट समाज में मायरे का आकार छोटा-बड़ा चाहे जैसा हो, उसे परिवार की प्रतिष्ठा, प्रेम और उदारता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इसका असली मूल्य भावनाओं में होता है, रकम में नहीं।
1 किलोग्राम चांदी, 1 पेट्रोल पंप, 210 बीघा जमीन, 1 प्लॉट, 1.50 करोड़ नकद…
यह वीडियो राजस्थान का है। वहाँ जाट समुदाय में इसे “मायरा” कहते है।
आप की क्या राय है…??? pic.twitter.com/iqWqJ9pM79
— Madhuri (@IamMadhuri_) November 16, 2025
वायरल वीडियो क्यों बना चर्चा का केंद्र?
कोठरियां परिवार द्वारा भरा गया यह मायरा अपनी भव्यता और उदारता के कारण सोशल मीडिया पर धड़ाधड़ वायरल हो रहा है। जाट समाज के भीतर इसे भाई द्वारा बहन के प्रति प्रेम, विश्वास और सामाजिक सम्मान के असाधारण उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है। मायरे में दी गई करोड़ों की जमीन, पेट्रोल पंप और नकद राशि ने लोगों का ध्यान खींचा है और जाट परंपरा के मायरे को एक बार फिर राष्ट्रीय चर्चा में ला दिया है।
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