West bengal news: टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद के शिलान्यास की तारीख तय करने के बाद देश की राजनीति में नया तूफ़ान खड़ा हो गया है। विधायक की घोषणा के विरोध में अखिल भारत हिंदू महासभा ने आगरा में यमुना किनारे एक प्रतीकात्मक कब्र खोदकर माहौल और तनावपूर्ण बना दिया है।महासभा ने कहा है कि यदि देश के किसी भी हिस्से में बाबरी मस्जिद की नींव डालने की कोशिश हुई, तो यह कब्र “कबीर के दफन” के लिए तैयार मानी जाए। संगठन के संत परमहंस आचार्य ने कबीर की हत्या पर 1 करोड़ रुपए और अपनी सोने की चार चूड़ियां देने का एलान भी किया है।
“मस्जिद की नीव रखी गई तो कब्र में होंगे विधायक”
महासभा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर ने कब्र दिखाते हुए कहा कि उन्हें 6 दिसंबर के किसी भी कार्यक्रम पर कड़ा ऐतराज है और यदि मस्जिद की नींव रखी गई, तो वे 7 दिसंबर को इसी कब्र का उपयोग करने की चेतावनी देती हैं। इसी के साथ उन्होंने खोदी हुई कब्र के सामने जन्मकर नारेबाजी भी की।

West bengal news: “6 दिसंबर को मस्जिद का शिलान्यास”
मुर्शिदाबाद जिले की भरतपुर विधानसभा सीट से टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने घोषणा की है कि वे 6 दिसंबर को बेलडांगा इलाके में बाबरी मस्जिद के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। उनके अनुसार, इस कार्यक्रम में करीब दो लाख लोग जुटेंगे और 400 से अधिक प्रभावशाली हस्तियां मंच पर मौजूद रहेंगी।
तीन साल में मस्जिद बनाने का ख्वाब देख रहे विधायक
कबीर ने यह भी कहा कि मस्जिद का निर्माण तीन साल की अवधि में पूरा होगा। उनका दावा है कि विभिन्न मुस्लिम संगठन और नेता इस कदम का समर्थन करेंगे। यह पहला अवसर नहीं है जब कबीर ने ऐसा एलान किया है, वे 2024 में भी इसी तारीख को मस्जिद निर्माण की बात कह चुके हैं। 6 दिसंबर, जो अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने का दिन है, उसी तिथि को चुनना एक बार फिर विवादों का कारण बन गया है ।
West bengal news: “6 दिसंबर मुस्लिम समुदाय का काला दिवस”
कबीर का कहना है कि 6 दिसंबर मुस्लिम समुदाय में काला दिवस के रूप में माना जाता है। उनकी पहल समुदाय की भावनाओं और सम्मान को सामने रखने का प्रयास है। उनका कहना है कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिम आबादी बड़ी संख्या में बसती है, इसलिए मस्जिद निर्माण एक सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक साबित होगा।
भाजपा का पलटवार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही टीएमसी
टीएमसी विधायक के बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे टीएमसी की तुष्टिकरण राजनीति कहा है। पश्चिम बंगाल भाजपा ने बरहामपुर में राम मंदिर निर्माण की घोषणा की है और कहा है कि यदि कहीं भी बाबरी मस्जिद की नींव रखी जाती है, तो वे उसके जवाब में मंदिर बनाकर “रामलला को पुनः स्थापित” करेंगे। भाजपा नेताओं ने यह भी कहा कि बाबर एक विदेशी आक्रमणकारी था और उसके नाम पर किसी भी संरचना का निर्माण स्वीकार्य नहीं है। उनके अनुसार, टीएमसी इस मुद्दे को धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति में बदलना चाहती है, जिससे राजनीतिक वातावरण और गरमाता जा रहा है।
West bengal news: देशभर में बढ़ रही राजनीतिक गर्माहट
टीएमसी विधायक के बयान और हिंदू महासभा की प्रतिक्रिया के बाद मामला राष्ट्रीय स्तर पर तीव्रता से गर्म हो गया है। कई धार्मिक और राजनीतिक संगठन 6 दिसंबर के कार्यक्रमों को लेकर सक्रिय हो गए हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन को कानून-व्यवस्था को संभालने के लिए अधिक सतर्क रहने के निर्देश दिए जा रहे है।
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