Bijnor News: बिजनौर के जिला अस्पताल से सामने आई एक चौंकाने वाली घटना ने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में अस्पताल के सर्जरी वार्ड में चूहे बेधड़क घूमते और भर्ती मरीज़ के खाने में रखी रोटी खाते दिख रहे हैं। यह दृश्य न सिर्फ अस्पताल प्रशासन के स्वच्छता संबंधी दावों की वास्तविकता बयान करता है, बल्कि मरीज़ों की सुरक्षा के प्रति गंभीर लापरवाही को भी उजागर करता है।
मरीज़ की थाली पर चूहों की दावत
वायरल वीडियो में देखा गया कि एक मरीज बेड पर सो रहा था और उसके पास रखी मेज पर खाना रखा था। तभी चूहे बिना किसी डर के थाली में रखी रोटी खा रहे थे। मामले को तीमारदारों ने अपने मोबाइल में कैद किया। मोहल्ला खत्रियान निवासी आकिब, जो अपने रिश्तेदार के लिए खाना लेकर अस्पताल पहुंचे थे, ने बताया कि वार्ड में साफ-सफाई की हालत बेहद खराब है और कई बेड भी टूटे पड़े हैं। उनका कहना है कि यदि कोई मरीज अनजाने में चूहों द्वारा खाया गया दूषित भोजन खा ले तो उसकी सेहत और खराब हो सकती है।
Bijnor News: अस्पताल के अंदर से बाहर तक फैली गंदगी
सर्जरी वार्ड ही नहीं, बल्कि अस्पताल परिसर के अन्य हिस्सों का हाल भी चिंताजनक है। एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) के पास रखे कूड़ेदान ओवरफ्लो रहते हैं और आसपास कूड़ा फैला रहता है। यह माहौल खासकर एनआरसी में भर्ती कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। गंदगी के कारण संक्रमण फैलने का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब बिजनौर अस्पताल की अव्यवस्था सुर्खियों में आई हो। इससे पहले नवंबर 2024 में तीमारदारों ने अस्पताल प्रशासन से सख्त और सूखी रोटी परोसने की शिकायत की थी, जिसे मरीज खा भी नहीं पा रहे थे। साल 2022 ठेकेदार द्वारा मरीजों को एक्सपायरी डेट वाला पैकेट बंद दूध देने का मामला सामने आया था।
इन गंभीर घटनाओं के बावजूद जिम्मेदारों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई न होने से अस्पताल की व्यवस्थाएँ लगातार बिगड़ती जा रही हैं। अब चूहों द्वारा मरीज़ की थाली से रोटी खाने का वीडियो प्रशासन की कार्यशैली पर एक और बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
वहीं, लगातार मिल रही शिकायतें, वायरल हो रहे वीडियो और परिसर की बदहाल स्थिति यह दर्शाती है कि अस्पताल में स्वच्छता और मरीज सेवा को लेकर गंभीरता का अभाव है। मरीजों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े ऐसे मामलों में लापरवाही किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है, और अब जनता प्रशासन से जवाब मांग रही है।







