Paush Maas Tulsi Pujan: 4 दिसंबर की पूर्णिमा के बाद मार्गशीर्ष माह समाप्त हो जाएगा और हिन्दू कैलेंडर के अनुसार साल का दसवां माह पौष प्रारंभ होने वाला है। पौष महीने की शुरुआत होते ही खरमास भी शुरू हो जाता है। इस महीने में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन इत्यादि नहीं किए जाते। लेकिन इस महीने में तुलसी पूजन का बहुत महत्व बताया गया है। सनातन संस्कृति में तुलसी के पौधे को सबसे पवित्र और पूज्यनीय माना जाता है। यदि आप पौष महीने में तुलसी पूजन करते हैं तो आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है और सभी का स्वास्थ्य ठीक रहता है।

Tulsi Pujan: सहस्रनाम लेखन का पौराणिक उपाय
Paush Maas Tulsi Pujan: 5 दिसंबर, शुक्रवार के दिन पौष माह की शुरुआत हो जाएगी। इस महीने में माता तुलसी का खास उपाय करने से आपके जीवन में खुशियां आ सकती हैं। इस महीने की एकादशी के दिन भगवान विष्णु सहस्रनाम का एक-एक नाम वृन्दा तुलसी के पत्ते पर चंदन से लिखें। मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति एक हजार पत्तों पर इस तरह से नाम लिखता है और उन्हें भगवान श्री हरि नारायण को अर्पित करता है तो उसके जीवन के सभी दुख और परेशानियाँ दूर हो जाती हैं।

ग्रह दोष शांति के लिए दान का महत्व
Paush Maas Tulsi Pujan: इस खास उपाय के साथ ही तुलसी मां पर चुनरी चढ़ाकर हर दिन जल अर्पित करना चाहिए। जल के साथ-साथ दूध और घी भी अर्पित करें। हर शाम दीपक अवश्य जलाएं। यदि आप हर दिन ऐसा करते हैं तो माता लक्ष्मी की आप पर विशेष कृपा होती है। वह इससे प्रसन्न होती हैं और आपके परिवार को आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता। यदि आपके जीवन में ग्रह दोष है तो इस महीने में दान करना आपके लिए सबसे उत्तम उपाय है। पौष माह में कपड़े और अन्न दान करने से ग्रह दोष दूर हो सकता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई सभी जानकारी आम मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी अनुष्ठान या उपाय को अपनाने से पूर्व विशेषज्ञ की राय अवश्य लें।
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