Asaram Bail Cancellation: आसाराम की जमानत रद्द करने की मांग को लेकर नाबालिग पीड़िता सुप्रीम कोर्ट पहुंची। दरअसल, दिल की बीमारी के चलते राजस्थान हाईकोर्ट ने 29 अक्टूबर को आसाराम को इलाज के लिए छह महीने की जमानत देने का फैसला किया था। इस फैसले के बाद 6 नवंबर को गुजरात हाईकोर्ट ने भी जमानत की स्वीकृति दे दी थी।

Asaram Bail Cancellation: इलाज के नाम पर घूमने के आरोप
Asaram Bail Cancellation: सुप्रीम कोर्ट में पीड़िता के वकील एल्जो जोसफ ने बताया कि हाईकोर्ट ने अगस्त 2025 में मेडिकल बोर्ड का गठन किया था, जिसमें डॉक्टरों ने कहा था कि आसाराम को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार उनकी हालत स्थिर है और उनकी बीमारी गंभीर नहीं है। इसलिए, आसाराम की जमानत तुरंत रद्द की जानी चाहिए। साथ ही वकील एल्जो जोसफ का कहना है कि आसाराम ऋषिकेश से महाराष्ट्र तक घूमते रहे हैं और किसी भी अस्पताल में लंबे समय तक इलाज नहीं चला है। जोधपुर में केवल आयुर्वेदिक इलाज ही चल रहा है। वह यदि इतने बीमार होते, तो लगातार अहमदाबाद, जोधपुर, इंदौर आदि जगहों पर घूमते नजर नहीं आते।

12 साल से जेल में सजा काट रहे हैं
Asaram Bail Cancellation: 89 वर्षीय आसाराम पिछले 12 सालों से जेल में हैं और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। इससे पूर्व जनवरी 2025 में भी आसाराम को इलाज के लिए जमानत मिली थी, लेकिन पीठ के गठन के बाद रिपोर्ट आने पर 27 अगस्त 2025 को जमानत खारिज कर दी गई थी। इसके बाद आसाराम ने 30 अगस्त 2025 को आत्मसमर्पण कर दिया था।
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