Assam news: असम के मशहूर सिंगर और कल्चरल आइकन जुबीन गर्ग की मंगलवार को 53वीं जयंती पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जुबीन गर्ग के मामले में आगे बढ़ने के लिए कानूनी मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी विशेष रूप से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) के सेक्शन 208 के तहत दी गई है, जो भारत के बाहर हुई घटनाओं के मामलों में न्यायिक कार्रवाई से पहले केंद्र सरकार की अनुमति को अनिवार्य बनाता है।
“आरोपी पर होगी अब औपचारिक रूप से कार्रवाई”
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि इस मंजूरी से अब मामले के आरोपी के खिलाफ औपचारिक रूप से कार्रवाई की जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह मंजूरी एक महत्वपूर्ण कानूनी कदम है, जो सुनिश्चित करती है कि मुकदमा सही और मजबूत कानूनी ढांचे के तहत चले। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार 10 दिसंबर तक आरोपी के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
“जुबीन को शराब पीने के लिए किया गया मजबूर”
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को जुबीन गर्ग के निजी जीवन के बारे में एक महत्वपूर्ण दावा करते हुए कहा कि दिवंगत सांस्कृतिक प्रतीक खुद शराब के खिलाफ थे। सरमा ने आरोप लगाया कि गायक के करीबी लोगों ने उसके सरल और भरोसेमंद स्वभाव का फायदा उठाकर उसे जबरन शराब पीने के लिए मजबूर किया। उन्होंने इसे उनकी संपत्ति को गलत तरीके से हड़पने की कथित साजिश का हिस्सा बताया।
Assam news: आधुनिक असमिया संगीत को दी नई पहचान
जुबीन की आवाज ने आधुनिक असमिया संगीत को नई पहचान दी। उनके गीतों में भावनात्मक गहराई थी, जो लोगों के दिलों तक सीधा छू जाती थी। जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में हुआ था। उनकी मौत को लेकर प्रशंसक के साथ-साथ राजनीतिक नेता और सामाजिक संगठन भी मामले की पूरी जांच पर जोर देते रहे हैं।
असम सरकार की प्रतिबद्धता झलकी
असम सरकार ने पहले ही यह सुनिश्चित किया था कि मामले की पूरी कानूनी प्रक्रिया के साथ-साथ सिंगापुर के अधिकारियों के साथ सहयोग भी किया जाएगा, ताकि मामले से जुड़ी सही जानकारी सामने आ सके। उनके प्रशंसक, सामाजिक संगठन और नेता उनके निधन के पीछे की सच्चाई जानने और न्याय पाने की उम्मीद में हैं।
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