Indian Army Warned Pakistan: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बीकानेर स्थित मिलिट्री स्टेशन और सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करते हुए एक स्पष्ट संदेश दिया — “भारत अब संयम की नीति नहीं अपनाएगा।” उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब पाकिस्तान को समझना होगा कि यदि वह नक्शे पर बने रहना चाहता है, तो उसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद को समाप्त करना ही होगा।
सैनिकों की तैयारियों का जायजा
Indian Army Warned Pakistan: जनरल द्विवेदी का यह दौरा मुख्य रूप से सीमावर्ती इलाकों में ऑपरेशनल रेडीनेस की जांच के लिए था। बीकानेर पहुंचने के बाद उन्होंने अग्रिम पोस्टों पर तैनात सैनिकों से मुलाकात की और उनकी कठिन परिस्थितियों का प्रत्यक्ष अनुभव लिया। रेगिस्तानी इलाके में सेवा देने वाले जवानों की हिम्मत और समर्पण की उन्होंने खुलकर सराहना की। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना निरंतर आधुनिकीकरण की दिशा में आगे बढ़ रही है। बदलते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए, सेना अब अनमैन्ड एरियल सिस्टम (UAS) और काउंटर-UAS तकनीकों को अपने ढांचे में शामिल कर रही है ताकि भविष्य के युद्धों में तकनीकी रूप से हमेशा बढ़त बनाई जा सके।
युद्ध का नया युग — तकनीक और रणनीति का संगम
Indian Army Warned Pakistan: सेना प्रमुख ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि अब युद्ध का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। साइबर सुरक्षा, ड्रोन युद्ध और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी जैसे क्षेत्रों में दक्षता हासिल करना बेहद जरूरी है। उन्होंने सैनिकों को संदेश दिया कि आधुनिक तकनीक को अपनाना अब विकल्प नहीं बल्कि आवश्यकता है। “जो सेना तकनीक के साथ कदम नहीं मिलाएगी, वह भविष्य के युद्धक्षेत्र में टिक नहीं पाएगी,” उन्होंने कहा।
पाकिस्तान के लिए कड़ा संदेश
Indian Army Warned Pakistan: दौरे के दौरान जनरल द्विवेदी ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर 1.0’ में भारत ने संयम दिखाया था, लेकिन अगली बार जवाब कहीं ज्यादा कठोर और निर्णायक होगा। उन्होंने कहा, “भारत शांति चाहता है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति जीरो टॉलरेंस की है।”
उनके इस बयान को राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब सीमा पार से घुसपैठ और आतंकी गतिविधियाँ बढ़ी हैं।
पूर्व सैनिकों को सम्मान
Indian Army Warned Pakistan: बीकानेर प्रवास के दौरान जनरल द्विवेदी ने पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया, जिनमें लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटा.) बीरबल बिश्नोई, रिसालदार (रिटा.) भंवर सिंह और हवलदार (रिटा.) नाकत सिंह शामिल रहे। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा व्यवस्था को मज़बूत बनाने में पूर्व सैनिकों की भूमिका अनमोल है। जनरल ने कहा, “आप जैसे पूर्व सैनिक आज भी भारत की सुरक्षा भावना के स्तंभ हैं। आपका अनुभव आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।”
राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा का साझा दृष्टिकोण
Indian Army Warned Pakistan: सेना प्रमुख ने इस अवसर पर ‘Whole of Nation Approach’ पर भी जोर दिया — यानी सुरक्षा केवल सेना की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें सरकार, उद्योग, अकादमिक जगत और नागरिक समाज की भी समान भूमिका है। उन्होंने कहा कि रक्षा और नागरिक क्षेत्र के बीच सहयोग से भारत की सुरक्षा प्रणाली और भी मज़बूत बन सकती है। जनरल द्विवेदी ने अंत में कहा, “हमारा हर सैनिक देश की ढाल है। जब तक आप सब तैयार हैं, तब तक कोई ताकत भारत की सीमाओं को चुनौती नहीं दे सकती।”
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