MODI: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित जी20 लीडर्स समिट को संबोधित करते हुए कहा कि बीते दशक में जी20 ने वैश्विक वित्तीय संरचना और आर्थिक विकास को दिशा प्रदान की है, लेकिन अब समय आ गया है कि विकास के मानकों को बदला जाए, ताकि दुनिया की बड़ी आबादी को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि अफ्रीका इस असमानता का सबसे बड़ा उदाहरण है, इसलिए यहां से नई सोच के साथ आगे बढ़ना आवश्यक है।
‘एकात्म मानववाद’ का संदेश निहित- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि वे दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को इस शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि साउथ अफ्रीका की अध्यक्षता में स्किल्ड माइग्रेशन, फूड सिक्योरिटी, टूरिज्म, डिजिटल इकोनॉमी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर सराहनीय कार्य किया गया। मोदी ने जोर देते हुए कहा कि भारत की सभ्यतागत दृष्टि ‘एकात्म मानववाद’ में मानव, समाज और प्रकृति के बीच संतुलन का संदेश निहित है। आज दुनिया को इसी मॉडल की आवश्यकता है, ताकि विकास और पर्यावरण संरक्षण दोनों समानांतर रूप से आगे बढ़ सकें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व में कई समुदायों ने प्रकृति-सम्मत पारंपरिक जीवन शैली को जीवित रखा है। यह ज्ञान भविष्य की पीढ़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए भारत ने जी20 के तहत एक वैश्विक पारंपरिक ज्ञान भंडार (Global Traditional Knowledge Repository) बनाने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें भारतीय ज्ञान प्रणाली एक महत्वपूर्ण आधार बनेगी।
MODI: 10 वर्षों में अफ्रीका में सर्टिफाइड ट्रेनर तैयार
अफ्रीका के विकास को पूरी दुनिया की प्रगति से जोड़ते हुए उन्होंने ‘जी20-अफ्रीका स्किल मल्टीप्लायर इनिशिएटिव’ की घोषणा की। इस पहल के तहत अगले 10 वर्षों में अफ्रीका में एक मिलियन सर्टिफाइड ट्रेनर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, जो आगे चलकर करोड़ों युवाओं को कौशल प्रदान कर सकेंगे। यह उनके आर्थिक सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाएगा।
MODI: ड्रग-टेरर गठजोड़ के खिलाफ मांग
इसके साथ ही पीएम मोदी ने वैश्विक स्वास्थ्य संकटों और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जी20 हेल्थ इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम बनाने की बात कही, जिसमें प्रशिक्षित विशेषज्ञ तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान कर सकें। नशीले पदार्थों की बढ़ती चुनौती पर उन्होंने कहा कि फेंटेनिल जैसे ड्रग्स मानवता, समाज और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं। यह आतंकवाद को भी मजबूत करता है। इसलिए भारत ने ड्रग-टेरर गठजोड़ के खिलाफ जी20-स्तरीय पहल की मांग की।
अफ्रीका और भारत के गहरे संबंधों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि नई दिल्ली जी20 समिट में अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता दिलाना वैश्विक साउथ को मजबूत करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम था। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विकासशील देशों की आवाज और मजबूत होनी चाहिए और इसके लिए भारत हमेशा प्रयासरत रहेगा।
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