mohan yadav: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश में उद्योग और निवेश के लिए एक स्थिर, सरल और भरोसेमंद माहौल तैयार किया है। उनकी कार्य-पद्धति का केंद्र बिंदु सिर्फ घोषणाएँ नहीं, बल्कि उनका प्रभावी क्रियान्वयन है। यही कारण है कि आज निवेशकों का विश्वास तेज़ी से बढ़ा है और उद्योगों की स्थापना की गति पहले की तुलना में कहीं अधिक तेज़ दिखाई दे रही है। सरलीकृत नीतियाँ, पारदर्शी प्रशासन और समयबद्ध कार्य संस्कृति ने प्रदेश को वास्तविक औद्योगिक गतिविधियों का केंद्र बनाया है।
रिकॉर्ड निवेश अभिरुचि और रोजगार अवसर
वित्तीय वर्ष 2024-25 प्रदेश के लिए ऐतिहासिक रहा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूके, जर्मनी, जापान, दुबई और स्पेन में हुए रोडशो के माध्यम से मध्यप्रदेश को 89 हजार करोड़ रुपये की निवेश अभिरुचि मिली। राष्ट्रीय संवादों मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, पुणे, सूरत, असम और लुधियाना से 2.3 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव और लगभग 2 लाख रोजगार अवसर सृजित हुए। क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलनों (RIC) ने भी 2.65 लाख करोड़ रुपये निवेश और 3 लाख रोजगार का मज़बूत आधार तैयार किया।
mohan yadav: 6.20 लाख करोड़ का निवेश ज़मीन पर
जन विश्वास अधिनियम 2025 के अंतर्गत 20 अधिनियमों के 44 प्रावधानों को अपराधमुक्त करने से निवेशकों का भरोसा और बढ़ा। GIS 2025 में प्रदेश को 26.61 लाख करोड़ रुपये निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 6,20,325 करोड़ रुपये का निवेश वास्तविक रूप से शुरू हो चुका है। इसके अलावा दो वर्षों में 4,237 एकड़ भूमि आवंटित, और 25 नए औद्योगिक पार्क विकसित किए गए हैं, जो भविष्य के विकास केंद्र बन रहे हैं।
mohan yadav: औद्योगिक रूप से अग्रणी बनाने की दिशा में
धार का पीएम MITRA पार्क, उज्जैन का मेडिकल डिवाइस पार्क, मुरैना का मेगा लेदर फुटवियर पार्क और मोहासा-बाबई में नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण केंद्र ये सभी परियोजनाएँ मध्यप्रदेश को औद्योगिक रूप से अग्रणी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रही हैं। ग्रीन एनर्जी, मेडिकल उपकरण, वस्त्र और फुटवियर जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार और निवेश बढ़ रहा है।
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