Motihari News: मोतिहारी जिले के चकिया प्रखंड के कुआवा गांव में 6 दिसंबर की सुबह उस समय तनाव फैल गया जब ग्रामीणों ने अपने घरों पर बाबरी मस्जिद की तस्वीर वाले आपत्तिजनक पोस्टर चिपके देखे। पोस्टर पर लिखा था 6 दिसंबर 1992 कहीं हम भूल न जाएं। ग्रामीणों का आरोप है कि यह पूरी तरह से समाज में विद्वेष फैलाने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की सोची-समझी साजिश है।
पोस्टर देखकर भड़के ग्रामीण
सुबह जब लोगों ने अपने-अपने घरों की दीवारों पर एक जैसे पर्चे देखे, तो पूरे गांव में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ उपद्रवी माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। इसी दौरान कुछ युवकों और एक मुस्लिम युवक के बीच झड़प भी होने की बात सामने आई, हालांकि गांव के लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। सूचना मिलते ही चकिया थाना पुलिस, डीएसपी और अन्य अफ़सर मौके पर पहुँचे और स्थिति को नियंत्रित किया। अधिकारियों ने घरों से पोस्टर हटवाए और लोगों को शांत रहने की अपील की। पुलिस ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
Motihari News: ग्रामीणों ने जताया गुस्सा
ग्रामीण मनीष कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गांव में जानबूझकर साम्प्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना था कि 6 दिसंबर जैसे संवेदनशील दिन पर इस तरह के पर्चे चिपकाना किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है।
कुआवा गांव पहले भी सुर्खियों में रहा
बताया जा रहा है कि यही कुआवा गांव पहले भी चर्चा में रहा है। कुछ महीने पहले इसी गांव से पीएफआई से जुड़े कथित मास्टरमाइंड रेयाज महरूफ की गिरफ्तारी हुई थी। ग्रामीणों का कहना है कि रेयाज पहले भी सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान दे चुका है। इसी कारण गांव में पहले से ही संवेदनशील माहौल बना हुआ था। फिलहाल, इस मामले में मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने घटना की पुष्टि की, हालांकि मामला साम्प्रदायिक संवेदनशील होने के कारण कैमरे पर बयान देने से परहेज किया। उन्होंने बताया कि जांच जारी है और दोषियों पर कार्रवाई तय है। सूचना के मुताबिक, इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जो स्थानीय निवासी नहीं है।
Report By: राजेश्वर कुमार गुप्ता
ये भी पढ़े… साजिद रशीदी ने कांग्रेस नेता दलवई को घेरा बोले- ‘गीता पर ऐसी टिप्पणी स्वीकार नहीं…’







