Politics News: भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस अगले 50 साल तक किसी भी राज्य में चुनाव जीतने का जश्न नहीं मना पाएगी। कांग्रेस चुनाव हारेगी और सिर्फ मातम ही मनाएगी। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के एक बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र के लिए हैं, लेकिन जो लोग देश में इमरजेंसी लगाने वाले थे, वे लोकतंत्र के लिए कैसे हो सकते हैं? जिन्होंने इमरजेंसी लगाई, लोकतंत्र की हत्या की, वे जब चुनाव जीतते थे तो कहते थे चुनाव बहुत अच्छा था और अब जब हार रहे हैं तो कह रहे हैं कि चुनाव खराब है।
राजतंत्र और लोकतंत्र में फर्क
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राजतंत्र और लोकतंत्र में फर्क होता है। राजतंत्र में जनता के वोट का कोई मतलब नहीं होता। हमें इस बात पर गर्व है कि हम जनता के बीच काम करते हैं, जनता हमें पसंद करती है, इसलिए जनता हमें वोट देती है। कांग्रेस ने खुद मान लिया है कि वह अब कोई चुनाव नहीं जीतने वाली। आने वाले समय में कोई भी राज्य हो, कांग्रेस 50 साल तक सत्ता में नहीं आने वाली। कांग्रेस को अब जश्न मनाने का नहीं, मातम मनाने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस चुनाव के लिए नहीं बनी थी, तो फिर चुनाव में हिस्सा क्यों लेती है और बार-बार हार क्यों जाती है। वंदे मातरम को लेकर हो रही चर्चा के बीच शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस के जमाने में ‘वंदे मातरम’ को भी बांट दिया गया था, जो पूरी तरह गलत था। वंदे मातरम पर किसी को आपत्ति क्यों होनी चाहिए? यह हमारी मिट्टी को सलाम है, यह मातृभूमि को, भारत माता को सलाम है। भ्रष्ट नेताओं को कुछ लोग ‘जय’ कह सकते हैं, लेकिन ‘वंदे मातरम’ या ‘भारत माता की जय’ कहने पर आपत्ति जताते हैं, यह कैसे हो सकता है? इससे किसी के धर्म को कोई खतरा कैसे हो सकता है? सब जानते हैं कि कांग्रेस ने वंदे मातरम के नाम पर किस तरह की गंदी राजनीति की। संसद में कांग्रेस पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। वंदे मातरम पर विवाद खड़ा करने की इनकी साजिश की पोल प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन से खोल दी है।
Patna, Bihar: BJP national Spokesperson Shahnawaz Hussain says, “During the Congress era, Vande Mataram was divided, which was completely unjust. Why should anyone object to Vande Mataram? It is a salute to the soil, a salute to the motherland, Bharat Mata. People may say ‘Jai’… pic.twitter.com/V55sxTLXs3
— IANS (@ians_india) December 9, 2025
Politics News: वंदे मातरम को बंगाल चुनाव से जोड़कर देखना गलत
वहीं संसद के शीतकालीन सत्र में आज मंगलवार को राज्यसभा में वंदे मातरम पर विशेष चर्चा शुरू हुई। इसकी शुरुआत करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वंदे मातरम ने देश को जागरूक किया, युवाओं को प्रेरित किया और शहीदों के लिए यह अंतिम मंत्र बना, जिसने उन्हें अगला जन्म भी इसी भारत भूमि पर लेने की प्रेरणा दी। सदन में अमित शाह ने कहा कि वंदे मातरम भारत के पुनर्जागरण का मंत्र है। यह गीत मां भारती की वंदना है, भक्ति है और राष्ट्र के प्रति हमारे कर्तव्य का स्मरण है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वंदे मातरम को बंगाल चुनाव से जोड़कर देखना गलत है। यह गीत बंगाल ही नहीं, पूरे देश की धड़कन है और दुनियाभर में भारत की पहचान है। इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा था कि यह केवल एक गीत या राजनीतिक नारा नहीं था, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम और मातृभूमि की आजादी के लिए एक पवित्र संघर्ष का प्रतीक था।
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