Prashant Kishor: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले तक राज्य की राजनीति में बड़ा परिवर्तन का दावा करने वाली प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी औंधे मुंह गिर गई। 243 में से 238 सीटों पर जन सुराज पार्टी ने प्रत्याशी उतारे, जिनमें से 236 सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इसे लेकर भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आंकड़े जारी किए हैं। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि उन सभी पत्रकारों और सर्वेक्षणकर्ताओं के लिए जिन्होंने सोचा था कि जन सुराज पार्टी बिहार में एनडीए का भाग्य तय करेगी, यहां कुछ आंकड़े दिए गए हैं, जिन पर विचार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जन सुराज पार्टी ने कुल 238 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से 236 सीटों पर जमानत जब्त हो गई।
राहुल गांधी के बयान पर कसा तंज
उन्होंने आगे कहा कि जन सुराज ने कोई सीट नहीं जीती। सिर्फ एक सीट पर दूसरे स्थान पर रही। 122 सीटों पर तीसरे नंबर से नीचे (चौथे और उससे भी नीचे) रही। 61 सीटों पर नोटा से भी कम वोट मिले। बिहार चुनाव में जन सुराज पार्टी को कुल 16.77 लाख वोट मिले और पार्टी का मत प्रतिशत 3.34 रहा। इससे पहले अमित मालवीय ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए राहुल गांधी के बयान का जिक्र किया, जिसमें राहुल ने कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बावजूद वे चिंतित नहीं हैं। मालवीय ने सवाल उठाया कि राहुल कांग्रेस को चुनाव जिताने में असमर्थ क्यों हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि राहुल गांधी की 95 हार। कई लोग उन्हें 9 से 5 बजे तक दोषारोपण करने वाला नेता कहेंगे, लेकिन राहुल गांधी दो दशकों में 95 चुनावी हार झेल चुके हैं, जो शतक से पांच कम है। क्या भारत की संस्थाओं पर यह हमला चांदी के चम्मच वाले इस वंशज की ध्यान भटकाने की चाल है?
For all the journalists and pollsters who thought Jan Suraj Party was going to define NDA’s fortune in Bihar, here are some data points to sleep over:
Total seats contested – 238
Lost deposit in – 236
Won zero seats!
Came second in just one.
Finished below third position (4th…— Amit Malviya (@amitmalviya) November 16, 2025
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का शानदार प्रदर्शन रहा। एनडीए ने 202 सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की। पहली बार बिहार चुनाव में उतरी प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का खाता तक नहीं खुला।
Prashant Kishor: NDA को मिला प्रचंड बहुमत ‘खरीदा’ हुआ
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत को जन सुराज ने ‘खरीदा’ हुआ बताया था। जन सुराज का मानना है कि सरकार ने जनता के पैसे से वोट खरीदे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने प्रेस वार्ता कर जनादेश का सम्मान करते हुए मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए एनडीए की जीत पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी थी। उन्होंने कहा कि हमें और खुशी होती कि एनडीए का प्रचंड बहुमत उनके किए गए कार्य के आधार पर मिलता, लेकिन यह जगजाहिर है कि यह प्रचंड बहुमत खरीदा हुआ है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि जन सुराज और बिहार के लोगों का मानना है कि 21 जून के बाद चुनाव तक 40 हजार करोड़ रुपए खर्च कर बहुमत खरीदा गया। जनता के पैसे से जनता के वोट खरीदे गए और बिहार के भविष्य को बेचा गया। यह जो पैसे खर्च किए गए वह शक्ति बिहार की अर्थव्यवस्था में नहीं है। उन्होंने आरोप यह भी लगाया कि सुना जा रहा है कि विश्व बैंक से जो कर्ज मिला था, उसके पैसे भी महिलाओं को देने में लगाए गए हैं। महिलाओं को जो पैसा मिला उससे उन्हें लगा कि यह वरदान है। प्रचंड बहुमत का यही कारण है। उन्होंने एनडीए से मांग करते हुए कहा कि बिहार में एक साफ-सुथरी सरकार बने जिसमें भ्रष्ट और दागी लोगों को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिले। सरकार बिहार की चिंता करे।
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