RASHID ALVI (कांग्रेस नेता) ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर लगे ‘जेन-जी को भड़काने’ के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में “उकसाना” जैसे शब्दों का कोई मतलब नहीं होता। राहुल गांधी युवाओं को देश की सच्चाई से अवगत करा रहे हैं, यही लोकतंत्र की असली ताकत है।
लोकतंत्र खत्म हुआ तो युवाओं का भविष्य अंधकारमय होगा
राशिद अल्वी ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा हैं। अगर लोकतंत्र खत्म हो गया तो देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सिर्फ युवाओं से आगे आकर लोकतंत्र की रक्षा करने की अपील की है, इसमें भड़काने या उकसाने जैसी कोई बात नहीं है।
चुनाव में मुद्दा सिद्धांत और सच्चाई बताने का होता है
अल्वी ने कहा कि चुनाव में उम्मीदवारों और दलों को अपने सिद्धांतों, नीतियों और देश के हालात को जनता के सामने रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी युवाओं को यह समझा रहे हैं कि चुनाव आयोग किस तरह काम कर रहा है। इसको उकसाना नहीं कहते, बल्कि सच्चाई से अवगत कराना कहते हैं।
आरजेडी पर सवाल पर बोले- यह उनका आंतरिक मामला है
जब राशिद अल्वी से पूछा गया कि आरजेडी ‘वोट चोरी’ का मुद्दा क्यों नहीं उठा रही है, तो उन्होंने कहा कि यह आरजेडी का आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा, “आरजेडी हमारा चुनावी सहयोगी है। यह उन पर निर्भर करता है कि वे किन मुद्दों को उठाना चाहते हैं।”
“राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की सच्चाई सबके सामने रखी”
अल्वी ने दावा किया कि राहुल गांधी ने बुधवार को पूरे देश के सामने सबूतों के साथ दिखाया कि मौजूदा चुनाव आयोग भाजपा की मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि “ब्राजील की लड़की ने भारत में कई बार वोट डाला और यूपी के वोटर हरियाणा में वोट डाल रहे हैं।” यह चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है।
“बिहार में कांग्रेस की भूमिका अहम”
बिहार की राजनीति पर बोलते हुए राशिद अल्वी ने कहा कि राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करना कांग्रेस की जिम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री आरजेडी का होगा, लेकिन कांग्रेस के समर्थन के बिना बिहार में कोई सरकार नहीं बन सकती।”
शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट देने पर बोले…
शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को टिकट दिए जाने पर अल्वी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपराधी है, तो उसके बेटे को इसकी सजा क्यों दी जाए? क्या शहाबुद्दीन का बेटा अपराधी है? किसी के पिता के कर्मों की सजा बेटे को नहीं मिलनी चाहिए।
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