SIR: केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के नतीजों ने बता दिया है कि जनता एसआईआर के पक्ष में है, इसलिए विपक्ष को अपने आरोपों को लेकर आत्म-मंथन करना चाहिए।
विपक्ष कर रहा दुष्प्रचार : बघेल
एसपी सिंह बघेल ने कहा कि विपक्ष पहले 2019 और 2024 के आम चुनावों में यह कह रहा था कि संविधान खतरे में है। अब वही लोग एसआईआर को लेकर भ्रम फैलाने और दुष्प्रचार करने में जुटे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल लगातार मतदाताओं को गुमराह कर रहे हैं और सरकार की सख्त नीति से उन्हें परेशानी हो रही है।
SIR: एनडीए को मिला जन समर्थन
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में एनडीए को शानदार जनादेश मिला है, जो यह प्रमाण है कि जनता ने विपक्ष के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता ने यह समझ लिया है कि एसआईआर का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को और भी पारदर्शी बनाना है।
घुसपैठियों के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा
बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर विपक्ष को निशाने पर लेते हुए बघेल ने कहा, ये लोग (विपक्ष) विदेशी घुसपैठियों को भारत का मतदाता बनाना और उन्हें नागरिकता दिलाना चाहते हैं। इससे देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी और सामाजिक सद्भाव बिगड़ सकता है।”उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है और संविधान के दायरे में रहकर काम करती है। जब नियमों का पालन सख्ती से किया जाता है तो विपक्ष को परेशानी होने लगती है।
SIR: ममता बनर्जी पर भी सीधा हमला
भाजपा नेता और बिहार के मंत्री नितिन नबीन ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी अराजकता का नाम है। वे संवैधानिक व्यवस्थाओं को कभी सही नहीं मानतीं। उनकी अराजकतावादी सोच पश्चिम बंगाल को हाशिए पर ले गई है।”नितिन नबीन ने दावा किया कि आगामी चुनावों में ममता बनर्जी की जमीन खिसकना तय है और जनता उन्हें अब और मौका नहीं देगी।
घुसपैठियों को समर्थन लोकतंत्र के खिलाफ: भाजपा
भाजपा नेताओं ने साफ कहा कि जो लोग भारतीय नहीं हैं और अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पा रहे, वे घुसपैठिए हैं। ऐसे लोगों का समर्थन विपक्ष द्वारा किया जा रहा है, जबकि यह राष्ट्रहित और लोकतांत्रिक व्यवस्था दोनों के खिलाफ है।







