Swapan Rana: पूर्व मेदिनीपुर के स्वप्न राणा, जो एक भारतीय मछुआरे थे और पाकिस्तान की जल पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद डेढ़ साल से ज्यादा समय तक जेल में बंद थे। अब उनकी बीमारी के कारण मौत हो गई है। भारत सरकार को पाकिस्तान ने स्वप्न की मौत की जानकारी भेजी और भारतीय प्रशासन को 4 दिसंबर को उनका शव सौंप दिया गया है।

Swapan Rana: कैसे पहुंच गए सीमा पार?
Swapan Rana: बता दें, दक्षिण डाउकी गांव के निवासी स्वप्न राणा पहले मछुआरे थे जिसके बाद उन्होंने सोने की दुकान शुरू की, लेकिन फायदा नहीं होने पर वापस से मछुआरी करने लगे। लगभग दो साल पहले वे केरल के एक ट्रॉलर में काम करने गए थे। जिसके बाद में वे 7 मछुआरों के साथ गुजरात से समुद्र में मछली पकड़ने निकले, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पार होने पर पाकिस्तान जल पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था।
पाकिस्तान की जेल में बीमारी से मौत
Swapan Rana: कई दिनों तक स्वप्न का कोई पता नहीं चला। उनकी पत्नी टुटुरानी राणा ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। महीनों बाद पता चला कि वे पाकिस्तान की जेल में कैद हैं। परिवार द्वारा उन्हें वापस लाने का बहुत प्रयास किया गया लेकिन हर बात असफल रहे। शनिवार सुबह के समय प्रशासन ने परिवार को जानकारी दी कि स्वप्न राणा की जेल में ही मौत हो गई।

अंतिम संस्कार और गांव में शोक
Swapan Rana: पत्नी टुटुरानी राणा का कहना है कि“वे गुजरात में मछली पकड़ने गए थे। वहीं उनकी मौत हुई है, ऐसा बताया गया है। शव लाने के लिए प्रशासन हर तरह से मदद कर रहा है।”
कांथी-1 ब्लॉक पंचायत समिति के विपक्षी दल नेता तथा मछुआरा नेता अमीन सोहेल ने कहा, “बीडीओ और पूर्व मेदिनीपुर एडीएम ने एक सरकारी नोटिस भेजा कि मछुआरे स्वप्न राणा की पाकिस्तान की जेल में मौत हो गई। वे लगभग दो साल से गुजरात के ट्रॉलर में काम कर रहे थे। स्वप्न राणा समेत 7 लोगों को पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया था। 1 जुलाई 2025 को पाकिस्तान ने भारत सरकार को एक सूची भेजी, जिसमें बताया गया कि 7 भारतीय उनके पास हैं। स्वप्न राणा का नाम भी उसमें था। बाद में उनकी मौत की खबर आई। सरकारी पहल पर शव भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हुई। 4 दिसंबर को उनका शव भारत लौटा और आज परिवार की सहमति से अंतिम संस्कार किया गया।”
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