Up News: सोमवार की देर रात मशहूर शक्तिपीठ मां विंध्यवासिनी, मां अष्टभुजा और कालीखोह मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी ने जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया।
आधी रात धमकी से मचा हड़कंप
लखनऊ 112 कंट्रोल रूम पर एक अज्ञात कॉल के माध्यम से मिली इस धमकी ने तत्काल सुरक्षा तंत्र को सक्रिय कर दिया। जानकारी मिलते ही मिर्जापुर पुलिस, प्रशासन और खुफिया एजेंसियों ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पूरी रात सर्च ऑपरेशन चलाया।
Up News: तीनों मंदिर परिसरों में चला सघन तलाशी अभियान
रात करीब 12:15 बजे से 2:00 बजे तक मंदिर प्रांगण, परिक्रमा पथ, इंट्रेंस प्लाज़ा सहित आस-पास के सभी प्रमुख मार्गों को खंगाला गया। बम निरोधक दस्ता, एलआईयू, एलीटेज टीम, मंदिर सुरक्षा इकाई तथा स्थानीय थाना पुलिस की संयुक्त टीमों ने प्रत्येक स्थल की डीटेल जाँच की। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के बीच किए गए इस व्यापक सर्च ऑपरेशन में कहीं भी कोई संदिग्ध वस्तु या गतिविधि नहीं मिली, जिससे अधिकारियों ने राहत महसूस की।
आरोपी का प्रयागराज से मिला सुराग
धमकी कॉल की टेक्निकल ट्रेसिंग के आधार पर पुलिस प्रयागराज पहुंची, जहां सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर के पीछे रहने वाले 42 वर्षीय मयंक को हिरासत में ले लिया गया। मयंक के बारे में प्रारंभिक जानकारी यह सामने आई है कि वह पिछले दो दशकों से मानसिक रूप से बीमार है। पुलिस का मानना है कि मानसिक असंतुलन की स्थिति में उसने यह कॉल किया होगा, हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए कोई जोखिम नहीं लिया गया।
Up News: पूछताछ जारी, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
एसओ विन्ध्याचल वेद प्रकाश पांडेय ने बताया कि धमकी बेहद संवेदनशील थी, इसलिए सभी टीमों को तुरंत सक्रिय किया गया और तीनों शक्तिपीठों की गहन तलाशी ली गई। फिलहाल आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है और आगे की कार्रवाई तय की जा रही है। साथ ही, प्रशासन ने श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया है कि मंदिर परिसर पूरी तरह सुरक्षित है तथा सुरक्षा एजेंसियां हर स्तर पर सतर्क हैं।
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