Varanasi Sex Racket: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। सोमवार को देह–व्यापार के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत कमिश्नरेट पुलिस की एसओजी-2 टीम को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। बता दें, सिगरा थाना क्षेत्र की एक बिल्डिंग के फ्लैट में स्पा सेंटर के नाम पर चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। जब पुलिस ने जांच की, तो यहां 9 युवतियों सहित कुल 13 लोगों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया। इसके साथ ही मौके से कई अहम सबूत भी बरामद किए गए हैं और पूरे फ्लैट को सील कर दिया गया है।
स्पा बोर्ड के पीछे छुपा देह व्यापार का जाल
सूत्रों के अनुसार, व्यस्त और पॉश इलाके में स्थित कन्हैया लाल सर्राफ वाली बिल्डिंग के फ्लैट नंबर–112 पर एसओजी-2 की टीम ने छापा मारा। फ्लैट को बाहर से देखा गया तो वह साधारण स्पा सेंटर जैसा लग रहा था, लेकिन जैसे ही टीम अंदर पहुंची, स्पा के नाम पर चल रहे सेक्स रैकेट का सच सामने आया। फ्लैट के कमरों में अलग-अलग केबिन बने हुए थे, संगीत व्यवस्था थी और ग्राहकों की सूची जैसी कई चीजें मिलीं, जिनसे स्पष्ट हो गया कि यहां लंबे समय से सुनियोजित तरीके से देह–व्यापार का नेटवर्क संचालित किया जा रहा था।
दिनांक 02/12/25 को SOG ने सेक्स रैकेट चलाने वाले दो स्पा सेंटरों (Melody Spa और Amantran Spa) पर कार्रवाई की और कई लोगों को गिरफ्तार किया।
Amantran Spa का संचालन आरोपी अश्विनी त्रिपाठी कर रहा था, जिसने यह जगह किराए पर ली थी।पुलिस जांच में अब तक फ्लैट मालिक अरुण यादव और शालिनी… https://t.co/BvGGnmNhMF
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) December 3, 2025
Varanasi Sex Racket: भाजपा नेत्री के पति के नाम पर फ्लैट का खुलासा
Varanasi Sex Racket: जांच के दौरान पुलिस को कई बड़े नाम भी सामने आते दिखे। दरअसल, पता चला कि यह फ्लैट एक स्थानीय भाजपा नेत्री के पति के नाम पर दर्ज है। बताया गया है कि यह फ्लैट किराए पर दिया गया था और फ्लैट मालिक को इस गैरकानूनी गतिविधि की जानकारी थी या नहीं—इसकी जांच पुलिस कर रही है। जानकारी के अनुसार, संबंधित भाजपा नेत्री अतीत में बनारस से मेयर और सांसद के चुनाव भी लड़ चुकी हैं। उनका नाम सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में भी हलचल बढ़ गई है।
शहर में तेजी से फैल रहा सेक्स रैकेट
Varanasi Sex Racket: बता दें, वाराणसी में स्पा सेंटर और होमस्टे के नाम पर देह–व्यापार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसी को रोकने के लिए पुलिस ने कुछ समय पहले ही एसओजी-2 टीम का गठन किया था। नवंबर में भी कई जगहों पर छापेमारी की गई थी, लेकिन व्यस्त बाजार की एक रिहायशी बिल्डिंग में चल रहा यह अड्डा अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। पुलिस का प्रयास है कि इस पूरे नेटवर्क से जुड़े लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके। आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य व्यक्तियों के नाम और उनके बाकी ठिकानों का पता लगाया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि शहर में ऐसे मामलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
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