DELHI BLAST: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके की जांच का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। इसी सिलसिले में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने कठोर कदम उठाते हुए जम्मू-कश्मीर के तीन डॉक्टरों के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए हैं। यह कार्रवाई जांच एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर मेडिकल काउंसिल द्वारा जुटाए गए ठोस साक्ष्यों के आधार पर की गई है।
एफआईआर में संदिग्धों के नाम बाद कार्रवाई
DELHI BLAST: सूत्रों के मुताबिक नौगाम, श्रीनगर थाने में दर्ज एफआईआर संख्या 162/2025 की जांच के दौरान कई नए एंगल सामने आए। इसी पड़ताल में डॉक्टर मुजफ्फर अहमद, डॉक्टर अदील अहमद राठर और डॉक्टर मुजमिल शकील की संदिग्ध भूमिका का पता चला। इसके बाद तीनों के मेडिकल रजिस्ट्रेशन को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
व्यावसायिक नैतिकता के गंभीर उल्लंघन का आरोप
DELHI BLAST: एनएमसी के आदेश में कहा गया है कि तीनों डॉक्टरों पर लगे आरोप चिकित्सा पेशे की नैतिकता, ईमानदारी और मरीजों के भरोसे के खिलाफ हैं। भारतीय चिकित्सा परिषद विनियम 2002 के अध्याय 1 के क्लॉज 1.1.1 और 1.1.2 के तहत ऐसे आचरण को गंभीर पेशेवर अपराध माना जाता है।
रजिस्ट्रेशन हटते ही मेडिकल प्रैक्टिस पर रोक
DELHI BLAST: जम्मू-कश्मीर मेडिकल काउंसिल ने इन्हीं प्रावधानों के तहत तीनों का नाम मेडिकल प्रैक्टिशनर रजिस्टर से हटा दिया है। आदेश के बाद वे किसी भी अस्पताल, क्लिनिक या चिकित्सा संस्थान में कार्य नहीं कर सकते और न ही मेडिकल पेशे से जुड़े किसी दायित्व का निर्वहन कर पाएंगे।
जांच कई राज्यों तक फैली
DELHI BLAST: 10 नवंबर को हुए इस धमाके में 10 लोगों की मौत और कई घायल हुए थे। घटना के बाद एनआईए ने एक विशेष टीम गठित की है, जो संदिग्ध गतिविधियों, डिजिटल फुटप्रिंट और सोशल मीडिया व्यवहार की बारीकी से जांच कर रही है। दिल्ली, यूपी, बिहार और मुंबई में हाई अलर्ट लागू है, जबकि सार्वजनिक स्थानों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
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