SIR: देश में मतदाता सूची को अपडेट करने का अभियान तेज़ रफ्तार पकड़ चुका है। चुनाव आयोग ने सोमवार को SIR के दूसरे चरण की ताज़ा प्रगति रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया कि 4 नवंबर से चल रही एन्यूमरेशन प्रक्रिया लगभग सभी राज्यों में तेजी से आगे बढ़ रही है। यह चरण 11 दिसंबर तक जारी रहेगा, लेकिन कई राज्यों ने लगभग पूरा काम समय से पहले ही पूरा कर लिया है।
क्या है SIR प्रक्रिया?
SIR यानी मतदाता सूची के व्यवस्थित पुनरीक्षण की यह प्रक्रिया हर साल की सबसे महत्वपूर्ण गतिविधियों में से एक है। इसमें घर-घर जाकर फॉर्म बांटे जाते हैं, मतदाता अपनी जानकारी को अपडेट करते हैं, और बाद में इन सभी फॉर्मों का डिजिटाइजेशन किया जाता है। यह प्रक्रिया तय करती है कि किसी राज्य की वोटर लिस्ट कितनी सटीक और अपडेटेड है। 2024 के अंत में शुरू हुए इस दूसरे चरण पर चुनाव आयोग ने विशेष ध्यान दिया है, क्योंकि आने वाले महीनों में देश के कई राज्यों में चुनाव प्रस्तावित हैं।
SIR: छोटे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की बड़ी उपलब्धि
रिपोर्ट के मुताबिक, कई छोटे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। उनमें से कुछ ने तो 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है। लक्षद्वीप , जहां कुल 57,813 मतदाता हैं, ने फॉर्म वितरण और डिजिटाइजेशन दोनों में 100 प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया है। गोवा और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह ने भी लगभग सारे फॉर्म डिजिटाइज कर लिए हैं और बाकी संख्या बहुत कम बची है। छोटे राज्यों का यह तेजी से पूरा हुआ काम बड़े राज्यों के लिए भी एक अच्छा उदाहरण माना जा रहा है।
SIR: बड़ी आबादी वाले राज्यों का प्रदर्शन
जहां छोटे राज्यों ने समय से पहले उपलब्धियां हासिल कीं, वहीं बड़े राज्यों ने भी तेज गति से काम किया है।
पुडुचेरी
10.21 लाख मतदाताओं वाले पुडुचेरी में 99.98 प्रतिशत फॉर्म बांट दिए गए हैं। डिजिटाइजेशन का आंकड़ा भी 99.90 प्रतिशत के करीब पहुंच चुका है।
मध्य प्रदेश
5.74 करोड़ से अधिक मतदाताओं वाले मध्य प्रदेश ने लगभग 100 प्रतिशत फॉर्म वितरण और 99.97 प्रतिशत डिजिटाइजेशन पूरा कर लिया है। आबादी और भौगोलिक फैलाव को देखते हुए इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
गुजरात
गुजरात में 99.99 प्रतिशत फॉर्म बांटे जा चुके हैं और 99.68 प्रतिशत फॉर्म डिजिटाइज हो चुके हैं।
SIR: उत्तर प्रदेश: देश का सबसे बड़ा राज्य
15.44 करोड़ से अधिक मतदाताओं वाले यूपी ने भी शानदार प्रदर्शन किया है।
99.95 प्रतिशत फॉर्म बांटे गए
96.91 प्रतिशत फॉर्म डिजिटाइज
केरल
केरल में डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया 97.42 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, और अगले कुछ दिनों में यह 100 प्रतिशत के करीब पहुंचने की उम्मीद है।
SIR: राष्ट्रीय स्तर की तस्वीर
चुनाव आयोग की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक
देशभर में 5.09 करोड़ से अधिक मतदाता इस प्रक्रिया में शामिल रहे।
एन्यूमरेशन फॉर्मों का 99.95 प्रतिशत वितरण पूरा हो चुका है।
50,33,01,912 फॉर्मों का डिजिटाइजेशन हो चुका है, जो कुल संख्या का 98.69 प्रतिशत है।
SIR: कौन से फॉर्म डिजिटाइज किए गए ?
चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि डिजिटाइजेशन में सिर्फ सक्रिय मतदाताओं के फॉर्म ही नहीं शामिल हैं, बल्कि वे फॉर्म भी प्रोसेस किए गए हैं जिनमें
मतदाता अनुपस्थित मिले
नए पते पर शिफ्ट हो गए
मृत सूची में पाए गए
या डुप्लिकेट प्रविष्टियों की पहचान हुई
इससे मतदाता सूची को साफ करने, पुराने नाम हटाने और नए पात्र मतदाताओं को शामिल करने में बड़ी मदद मिल रही है।
अगले कदम क्या होंगे ?
11 दिसंबर को एन्यूमरेशन चरण समाप्त होने के बाद, राज्य चुनाव आयोग प्राप्त फॉर्मों की जांच करेगा, आवश्यक सुधार करेगा और अपडेटेड मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। यह सूची आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में आधार बनेगी।
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