Air Quality: हर का हवा का स्तर खराब होता जा रहा है। खासकर दिल्ली और उत्तर भारत के कई प्रदेशों में हवा जहर से कम नहीं है। ठंड के दिनों में लोगों के लिए इस हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। दिल्ली की ही बात करें तो वह का AQI 700 को पार कर चुका है। दिल्ली के हवा का स्तर इतना ज्यादा खराब हो चुका है कि डॉक्टर खुद अपने मरीज को दिल्ली छोड़कर जाने की सलाह दे रहे है। डॉक्टर का कहना है कि यदि पेशेंट दिल्ली में रहते हैं तो फेफड़े जवाबदे देंगे। जहरीली हवा आपके फेफड़ों के साथ आपके दिल के लिए भी खतरनाक है। यह आपके दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है अथवा ब्रेन सेल्स को डैमेज कर स्ट्रोक और डिमेंशिया जैसी दिक्कत भी हो सकती है। बात साफ है प्रदूषण हवा को जहरीला बना रहा है और हवा का असर हमारे स्वास्थ्य पर असर दिखाएगा।

धुएं और स्मॉग का प्रभाव
जहरीले हवा का आपके ऊपर कई तरह से असर देखने को मिल सकता है। जैसे गले में खराश, सीने मे चुभन, स्किन एलर्जी, सूखी खांसी, आंखों में जलन, कंजक्टिवाइटिस, नाक में खुजली, ज़ुकाम इत्यादि। यदि आपको इनमें से कोई भी असर देखने को मिलता है तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें और किसी भी तरह की लापरवाही न करें।
Air Quality: प्रदूषण के असर से कैसे बचें
Air Quality: बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग बाहर न जाए, यदि किसी काम से बाहर जा रहे हैं तो मास्क का उपयोग करेंदिल्ली में रह रहे लोगों के घरों में एयर प्यूरीफायर होना जरूरी है। बाहर के खाने के साथ – साथ ठंडी चीजों और सॉफ्ट ड्रिंक्स को पीने से जितना हो सकें परहेज करें। न्यूट्रिशस से भरपूर फूड और आंवला का सेवन करना चाहिए। सही मात्रा ने पानी पीए। तंबाकू अथवा नशीली पदार्थ का सेवन न करें।
Disclaimer: यह लेख आपकी सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से आप तक साझा किया गया है। स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
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