भारत में कृषि और बागवानी क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टि एक्सपो एक महत्वपूर्ण आयोजन बन चुका है। इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आए किसान, सरकारी अधिकारी और उद्योग जगत के विशेषज्ञ अपनी नवीनतम तकनीकों और उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुज़फ्फरनगर के सांसद हरेंद्र मालिक ने मेले का भ्रमण किया और किसानों व स्टॉल धारकों से सीधा संवाद स्थापित किया।
किसानों के बीच पहुंचे सांसद हरेंद्र मालिक
हरेंद्र मालिक खुद किसान परिवार से आते हैं, इसलिए वे किसानों की जरूरतों और उनकी समस्याओं को गहराई से समझते हैं। जैसे ही उन्होंने एक्सपो का भ्रमण शुरू किया, विभिन्न राज्यों से आए बागवानी और कृषि विशेषज्ञों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने हर स्टॉल पर जाकर वहां प्रदर्शित उत्पादों और नई तकनीकों की बारीकी से जानकारी ली।
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और हरियाणा सहित कई राज्यों की नर्सरी और बागवानी विभागों ने अपनी नवीनतम खोज और उत्पादों को प्रस्तुत किया। हरेंद्र मालिक ने इन स्टॉलों पर विशेष ध्यान दिया और किसानों से उनकी जरूरतों व चिंताओं को समझने की कोशिश की।
राज्यों के स्टॉल पर सांसद का अनुभव
राजस्थान के नर्सरी विभाग के स्टॉल पर पहुंचे सांसद ने वहां के विशेषज्ञों से मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने और जल संरक्षण तकनीकों के बारे में जाना। उन्होंने महाराष्ट्र के किसानों से जैविक खेती और प्राकृतिक उर्वरकों के उपयोग पर चर्चा की। उत्तर प्रदेश और पंजाब के स्टॉल पर जाकर उन्होंने आधुनिक ड्रिप सिंचाई प्रणाली और नए प्रकार की सब्जी व फल उत्पादन तकनीकों का अवलोकन किया।

हरेंद्र मालिक ने किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि “आज का किसान केवल परंपरागत खेती तक सीमित नहीं रह सकता, उसे नई तकनीकों को अपनाकर अपनी उपज और आय दोनों बढ़ानी होगी।” उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी चर्चा की, जिससे किसान अधिक लाभ कमा सकते हैं।
किसानों को मिला सांसद का समर्थन
इस भ्रमण के दौरान हरेंद्र मालिक ने किसानों को प्रेरित किया कि वे नई तकनीकों को अपनाने से न डरें और कृषि के आधुनिक तरीकों को अपनाकर अपनी खेती को अधिक उत्पादक बनाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी है और उनके हितों की रक्षा के लिए आवश्यक नीतियाँ बना रही है।
उन्होंने कहा कि “किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। यदि हम उनकी मदद करेंगे, तो देश की प्रगति भी तेज होगी।”
भविष्य की योजनाएँ और किसानों की उम्मीदें
सांसद हरेंद्र मालिक ने यह भी सुझाव दिया कि ऐसे एक्सपो को गांव-गांव तक पहुंचाने की जरूरत है ताकि छोटे किसान भी नई तकनीकों से अवगत हो सकें। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि वे उनकी समस्याओं को संसद तक पहुंचाएंगे और उनके लिए उचित समाधान की मांग करेंगे।
इस प्रकार, हरेंद्र मालिक का यह भ्रमण न केवल किसानों के लिए प्रेरणादायक रहा, बल्कि उनके लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोल गया। किसानों को उनसे काफी उम्मीदें हैं, और वे आशा करते हैं कि उनके नेतृत्व में कृषि क्षेत्र को और अधिक मजबूती मिलेगी।