MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कमिश्नर-कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में बड़ा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अब कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसपी, डीएफओ सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को नियमित रूप से गांवों में रात गुजारनी होगी। गांवों में चौपाल लगाकर जनता की समस्याएं सुनना और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा।
समस्याओं का मौके पर करें निस्तारण
MP News: मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न रहें, बल्कि ग्रामीण अंचलों में जाकर वास्तविक समस्याओं को समझें और मौके पर ही निस्तारण करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मेडिकल कॉलेज विकसित करने के निर्देश
MP News: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकारी अस्पतालों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करें। साथ ही, बड़े अस्पतालों के अलावा निजी क्षेत्र के साथ मिलकर पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की योजना को प्राथमिकता दी जाए। स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के बीच समन्वय बनाए रखने पर भी विशेष जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने नगरीय निकायों को निर्देशित किया कि शहरी यातायात को व्यवस्थित किया जाए। बड़े शहरों में फ्लाईओवर निर्माण की दिशा में कार्य तेज किया जाए। वहीं, अवैध कॉलोनियों पर नियंत्रण की प्रक्रिया को गति देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कलेक्टर्स-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस – 2025
कलेक्टर्स, स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार सुनिश्चित कर हॉस्पिटल में सतत् विजिट करें, जिससे व्यवस्थाओं को और बेहतर एवं कमियों को दूर किया जा सके : CM@DrMohanYadav51 @healthminmp #CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/d67QAg5pqW
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 7, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी जिले से जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के बीच संवादहीनता की शिकायतें नहीं आनी चाहिए। यदि इस प्रकार की शिकायत सामने आती है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को ‘विजन 2047’ के तहत पहले पांच वर्षों की कार्ययोजना पर टीम भावना से कार्य करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गुना, हरदा, शाजापुर, श्योपुर और खंडवा जिलों द्वारा किए गए नवाचारों की सराहना की। कॉन्फ्रेंस के पहले सत्र में मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने अधिकारियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि आप IAS अधिकारी हैं, यह सम्मानजनक है, लेकिन खुद को जनता का सेवक मानें। ज़मीन पर जाएं, संवाद करें और उनकी समस्याओं का समाधान करें।
सीएम मोहन ने इन बातों पर दिया जोर
जिलों में नवाचार की प्रक्रिया निरंतर जारी रहे।
गीता भवन नगरों में सामाजिक सद्भाव बढ़ाएंगे।
काम में तेजी लाएं।
जिन योजनाओं में सुधार की गुंजाइश है, उन पर काम करें।
साडा के कार्यों की समीक्षा हो, उद्योगों के लिए एमओयू करें।
धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने प्रत्येक जिले में संभावनाओं को साकार करें।
पुरानी बंद मिलों की भूमि का यथाशीघ्र निपटारा किया जाए।
कृषि क्षेत्र में भावांतर योजना का अधिक किसानों को मिले लाभ।
ये भी पढ़े… Azam-Akhilesh Yadav Meeting: रामपुर में 2 साल बाद अखिलेश-आजम की मुलाकात, संकेतों में दिए ये सियासी संदेश !