
बिहार: विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के बीच दुनिया की निगाहें इस लोकतांत्रिक पर्व पर टिकी हैं। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के International Election Visitors Programme (IEVP) के तहत सात देशों के 16 प्रतिनिधि बिहार के चुनावी प्रबंधन का प्रत्यक्ष अनुभव लेने के लिए पटना पहुंचे हैं। इंडोनेशिया, कोलंबिया, फिलीपींस, फ्रांस, बेल्जियम, दक्षिण अफ्रीका और थाईलैंड से आए ये प्रतिनिधि मतदान प्रक्रिया, सुरक्षा व्यवस्था और चुनावी पारदर्शिता की समीक्षा कर रहे हैं।
दिल्ली में हुआ था कार्यक्रम का उद्घाटन
बिहार: आईईवीपी 2025 का उद्घाटन सत्र मंगलवार को नई दिल्ली स्थित India International Institute of Democracy and Election Management (IIIDEM) में आयोजित हुआ था। इस सत्र में सातों देशों के सभी 16 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त विवेक जोशी ने उनसे मुलाकात कर भारत के मज़बूत और पारदर्शी चुनावी ढांचे की जानकारी साझा की।
ईवीएम और चुनाव प्रबंधन की दी गई जानकारी
बिहार: प्रतिनिधियों को Electronic Voting Machines (EVMs) का प्रदर्शन दिखाया गया। वरिष्ठ अधिकारियों ने मतदाता सूची तैयार करने, मतदान प्रक्रिया, सुरक्षा और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की पूरी प्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बुधवार से शुरू हुए बिहार दौरे के दौरान इन प्रतिनिधियों ने ईवीएम की जांच केंद्रों का अवलोकन किया और यह भी देखा कि मतदान प्रक्रिया कैसे सुचारू रूप से संचालित की जाती है।
भारत की चुनाव प्रणाली बनी दुनिया के लिए उदाहरण
बिहार: आईईवीपी, चुनाव आयोग की उन प्रमुख पहलों में से एक है जो दुनियाभर के चुनाव प्रबंधन निकायों (EMBs) के साथ सहयोग और अनुभव साझा करने के लिए शुरू की गई थी।
साल 2014 से यह कार्यक्रम भारत की चुनाव प्रणाली की खूबियों और पारदर्शी प्रक्रियाओं को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने प्रदर्शित कर रहा है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में मतदान कैसे होता है, यह जानने के लिए हर साल कई देश प्रतिनिधि भेजते हैं।
पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान
बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ। इस चरण में कुल 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1,192 पुरुष और 122 महिलाएं शामिल हैं। कुल 3,75,13,302 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं , इनमें 1,98,35,325 पुरुष, 1,76,77,219 महिलाएं और 758 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
राज्य में कुल 45,341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 36,733 ग्रामीण और 8,608 शहरी केंद्र हैं। इनमें 320 आदर्श मतदान केंद्र घोषित किए गए हैं, जिनमें से 926 का प्रबंधन महिलाएं और 107 का प्रबंधन दिव्यांगजन कर रहे हैं। राजधानी पटना में 5,677 मतदान केंद्र हैं , जिनमें 541 केवल महिलाओं के लिए, 49 आदर्श केंद्र, 14 दिव्यांगजनों के लिए विशेष रूप से सुसज्जित और 3 युवा-केंद्रित मतदान केंद्र शामिल हैं।
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