Varanasi: वाराणसी दौरे पर गए पीएम मोदी ने बाबरपुर एयरपोर्ट पर उतरते ही उनकी अगुवानी करने पहुंचे जिले के कमिश्नर, डीएम और मंडलायुक्त से बीते दिनों शहर में हुए एक रेप घटना पर जवाब तलब किया और मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई व आगे से इस तरह की घटनाएं न हों इसे लेकर भी हिदायद दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि काशी को न केवल विकास का प्रतीक, बल्कि सुरक्षा और सुशासन का मॉडल भी बनाना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जांच तेजी से पूरी हो और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए। इसके बाद हरकत में आए पीएमओ ने कमिश्नर से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। दरअसल पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी 50वें दौरे पर गए हैं यहां मोदी बुंदेलखंड में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब किसी मुद्दे पर सीधी प्रतिक्रिया देते हैं, तो वह मामला स्वतः ही राष्ट्रीय बहस का विषय बन जाता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के वाराणसी में घटी एक दिल दहला देने वाली रेप की घटना को लेकर पीएम मोदी द्वारा कमिश्नर से जानकारी मांगना, न सिर्फ प्रशासनिक तंत्र की जवाबदेही तय करने का संकेत है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उनकी गंभीरता को भी दर्शाता है। पीएम मोदी ने साफ तौर पर कहा कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
रेप कांड को लेकर लोगों में आक्रोश
Varanasi: इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। सोशल मीडिया पर #JusticeForVaranasiVictim ट्रेंड कर रहा है। लोग सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। छात्र संगठन, महिला आयोग, और सामाजिक कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं और महिला सुरक्षा कानूनों को और कठोर बनाने की मांग कर रहे हैं। साथ ही विपक्षी दलों ने भी पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा और पूछा कि “बेटी बचाओ” नारे का क्या हुआ?
बता दें कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर से एक अत्यंत हृदयविदारक घटना सामने आई, जिसमें एक 19 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। इस घटना में पीड़िता को नशीला पदार्थ देकर छह दिनों तक अलग-अलग होटलों में ले जाया गया, जहां उसके साथ 23 लोगों ने कथित रूप से बलात्कार किया। डीसीपी वरुणा क्षेत्र चंद्रकांत मीणा के निर्देश पर मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। टीमों ने छापेमारी कर 10 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है। पांडेयपुर चौकी इंचार्ज श्रीराम उपाध्याय का कहना है कि अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी चल रही है।
यह है पूरा घटनाक्रम
Varanasi: 29 मार्च को सहेली के घर से लौटते समय पीड़िता को रास्ते में राज विश्वकर्मा नाम का दोस्त मिला। वह उसे लेकर लंका के कैफे में गया। रात में उसके साथ रेप किया। अगले दिन 30 मार्च को समीर नाम के युवक ने जबरदस्ती बाइक पर बैठा लिया । उसके साथ गलत काम कर नसे में छोड़ दिया। इन घटनाओं से लड़की सहम गई। वह रास्ता भटक गई। रात भर भटकने के बाद 31 मार्च को नदेसर में आयुष नाम का युवक मिला। आयुष ने अपने दोस्तों सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद और जाहिर के साथ मलदहिया स्थित एक कैफे ले जाकर छात्रा के साथ गैंगरेप किया। उन्होंने छात्रा को मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी।
रास्ता भटकने के बाद पीड़िता राह भटक गई और उसे फिर इमरान मिला। उसने होटल में उसे नशीला पदार्थ खिलाकर रेप किया। इसी तरह भटकते समय बेटी को साजिद अपने दो दोस्तों के साथ मिला। वह उसे औरंगाबाद में किसी गोदाम में ले जाकर हैवानियत की। इसके बाद साजिद अपने दोस्त अमन के साथ उसे किसी के कमरे में ले गया। वहां रात भर उसके साथ गलत काम किया गया। रात में सिगरा स्थित मॉल के पास छोड़ दिया। वहां 2 अप्रैल की सुबह उसे राज खान नाम का युवक मिला। राज खान ने हुकुलगंज स्थित घर ले जाकर नशीला पदार्थ खिलाकर गलत काम करने की कोशिश की। लड़की ने मना किया तो अस्सी ले जाकर उसे छोड़ दिया।
पीड़िता की मां ने कहा कि 3 अप्रैल को बेटी अपनी सहेली के घर पहुंची और सो गई। शाम को घर आने के दौरान रास्ते में दानिश मिला। वह उसे कमरे पर ले गया, जहां सोहेल, सोहैब और एक अन्य ने उसके साथ रेप किया। लड़की उनसे छूटने के बाद फिर सहेली के घर जाकर सो गई। 4 अप्रैल को घर पहुंचने पर उसने आपबीती सुनाई। पीड़िता की मां का कहना है कि गैंगरेप की घटना के बाद से डरी बेटी की स्थिति का सभी ने फायदा उठाया।
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